गांधीनगर। केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने गांधीनगर के महात्मा मंदिर में आयोजित त्रिदिवसीय वैश्विक आयुष निवेश एवं नवाचार सम्मेलन-2022 के समापन समारोह में श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिखर सम्मेलन निवेश आकर्षित करने, नीतियों को रणनीतिक समर्थन प्रदान करने के लिए एक सक्षम ढांचा विकसित करने में सहायक रहा है।
पूरी दुनिया के निवेशकों और उद्यमियों ने आयुष द्वारा पेश किए जा रहे तुलनात्मक लाभों और विशाल युवा शक्ति, कुशल श्रम के साथ-साथ स्वास्थ्य देखभाल और कल्याण सेवाओं में आयुष की विश्वसनीयता के रूप में इसकी ताकत को महसूस किया है।
आज आयुष क्षेत्र विश्व स्तर पर अभूतपूर्व रूप से 18 अरब डॉलर से अधिक का हो गया है। सोनोवाल ने इस सम्मेलन की सफलता के लिए सभी का आभार प्रगट करते हुए कहा कि राज्यपाल आचार्य देवव्रत द्वारा प्राकृतिक खेती की ओर मुड़ने के लिए जो कोशिश की जा रही है, वह जनजीवन तथा प्रकृति के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण है।
उन्होंने जामनगर में विश्व के प्रथम ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन की स्थापना तथा गांधीनगर के महात्मा मंदिर में ग्लोबल आयुष इंवेस्टमेंट एण्ड इनोवेशन समिट-2022 का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री का आभार प्रगट किया। उन्होंने कहा कि आज आयुष पद्धति माइलस्टोन के रूप में उभर रहा है।
आज के समय में आयुष की मांग को कार्यक्रम की सफलता के माध्यम से महसूस कर सकते है। आगामी समय में ई-मार्केट से हम विश्वस्तर के मार्केट में स्थान प्राप्त करेंगे।
उन्होंने कहा कि मोदी द्वारा आयुष वीजा कैटेगरी शुरू करने की घोषणा से हेल्थ टूरिज्म के क्षेत्र में ‘ कम हील इन इंडिया’ का मंत्र साकार होगा। इस कार्यक्रम की सफलता सिर्फ गुजरात ही नहीं समूचे भारत की सफलता है। आयुष मंत्रालय के इतिहास में पहली बार इस प्रकार के सम्मेलन का आयोजन हुआ है, जिसे अद्भुत समर्थन मिला है।
इसके लिए उन्होंने सभी निवेशकों, शोधकर्ताओं तथा आयुष के क्षेत्र में रूचि रखने वाले सभी लोगों का आभार प्रगट किया। इस सम्मेलन के माध्यम से लाखों लोगों को रोजÞगार का मौका मिला है।
भारत सरकार अपने प्रतिबद्ध निवेश का विस्तार करने में सक्षम है। उल्लेखनीय है कि गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत सम्मेलन के समापन सत्र में मुख्य अतिथि थे।