रुद्रप्रयाग। अलकनंदा और मंदाकिनी संगम पर स्थित मां चामुंडा देवी और भगवान रुद्रनाथ मंदिर जाने के लिए रास्ते पर बंदरों की टोलियां आम लोगों के लिये मुश्किलें पैदा कर रही हैं, जबकि तीर्थयात्रियों के लिए भी संगम पहुंचना कठिन हो रहा है।
यहां एक खूंखार बंदर कई यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों पर हमला कर चुका है, जिससे लोग दहशत में हैं। रुद्रप्रयाग नगर में अनेक जगहों पर बंदरों के आतंक से लोग परेशान हैं, लेकिन प्रशासन, वन विभाग और नगर पालिका पूरी तरह इस गंभीर मामले पर मौन बैठी है।
सुबह और दोपहर में स्कूली बच्चें आवाजाही नहीं कर पा रहे हैं। दहशत के बीच जान जोखिम में डालते हुए भाग रहे हैं। वहीं संगम बाजार में बीते कई दिनों से एक बंदर खूंखार बना है जो अब तक कई स्थानीय लोगों के साथ ही यात्रियों को घायल कर चुका है।
स्थानीय निवासी पान सिंह पंवार, राजेंद्र प्रसाद जोशी, रंजू खन्ना, रुद्रनाथ महंत धर्मानंद गिरी, विपिन सेमवाल, रविन्द्र कप्रवान आदि ने कहा कि बीते दिन बंदर के हमले में एक यात्री बच्ची घायल हुई, जबकि इससे पहले भी बंदरों की टोली कई यात्री एवं स्थानीय लोगों पर हमला कर रही है।
उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र बंदरों के आतंक से निजात न दिलाई तो आने वाले यात्रा सीजन में यात्रियों का संगम जाना मुश्किल हो जाएगा। कहा कि इस मामले में पूर्व में भी प्रशासन, वन विभाग, आपदा प्रबंधन और नगर पालिका को कई बार शिकायत कर दी गई है किंतु कोई सुनने वाला नही है।