22 से शुरू होगी बद्रीनाथ गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा
8 मई की सुबह खुलेंगे विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट
देहरादून। बदरीनाथ धाम गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा 22 अप्रैल को राजदरबार नरेंद्र नगर से शुरू होगी। डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के पदाधिकारी तथा प्रतिनिधि 21 अप्रैल को बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के चेला चेतराम धर्मशाला में पहुंचेगे।
22 अप्रैल की सुबह पंचायत के प्रतिनिधि नरेंद्र नगर राज दरबार पहुंचेगे जहां महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह की मौजूदगी में सुहागिन महिलाएं राजमहल में तिलों का तेल पिरोएंगी।
पवित्र तिलों के तेल को भगवान बद्री विशाल के अभिषेक के लिए कपाट खुलने से पूर्व डिमरी पंचायत द्वारा बद्रीनाथ धाम पहुंचाया जायेगा। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड$ ने बताया कि बद्रीनाथ धाम के कपाट इस यात्रा वर्ष 8 मई रविवार को प्रात: 6 बजकर 15 मिनट पर खुलेंगे।
इसी क्रम में तेल कला यात्रा 22 अप्रैल को नरेंद्र नगर राज दरबार से शुरू होगी। 22 अप्रैल सायंकाल को तेल कला मंदिर समिति के चेला चेतराम धर्मशाला में प्रवास करेगा।
23 अप्रैल को प्रात: से दोपहर तक चेला चेतराम धर्मशाला में श्रद्धालु गाडू घड़ा के दर्शन कर सकेंगे। 23 अप्रैल अपराह्न तेल कलश यात्रा श्रीनगर गढ़वाल प्रस्थान करेगी।
23 अप्रैल को तेल कला यात्रा श्रीनगर में प्रवास करेगी। 24 अप्रैल को प्रात: दर्शन के बाद तेल कला उमा देवी मंदिर कर्ण प्रयाग प्रस्थान करेगा। इसी दिन लक्ष्मी नारायण मंदिर डिम्मर पहुंचेगा।
4 मई तक तेल कला गाडू घड़ा लक्ष्मी नारायण मंदिर डिम्मर में प्रवास करेगा। इस दौरान प्रात: एवं सायंकाल तेल कला की पूजा अर्चना की जायेगी।
5 मई को गाडू घड़ा तेल कला श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ प्रस्थान करेगा। 6 मई को तेल कला जोशीमठ से आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी रावल सहित योग बद्री पांडुकेश्वर तथा 7 मई को पांडुकेश्वर से उद्धव एवं कुबेर के साथ ही गाडू घड़ा तेल कला बद्रीनाथ धाम पहुंचेगा।
इस अवसर पर बद्रीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति के सदस्य एवं डिम्मर उम्मटा पंचायत अध्यक्ष आशुतोष डिमरी,डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के कार्यकारी अध्यक्ष राम डिमरी, सचिव राजेंद्र डिमरी, सुभाष डिमरी हरीश डिमरी, ज्योतिष डिमरी,अरूण डिमरी,राकेश डिमरी,सरोज डिमरी, दिनेश डिमरी,मोहन डिमरी, शिव प्रकाश डिमरी,सरपंच भोला दत्त डिमरी,पंकज डिमरी,प्रवेश डिमरी,संजय डिमरी, मनीष डिमरी आदि गाडू घड़ा यात्रा के साथ रहेंगे।