लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना प्रबंधन की नियमित समीक्षा बैठक में स्पष्ट निर्देश दिया कि शासकीय कार्यालयों में हर अधिकारी और कर्मचारी की समय से उपस्थिति सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि किसी भी कर्मचारी की लेटलतीफी कतई स्वीकार नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने इस स्थिति से निपटने के लिये सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को सतत औचक निरीक्षण करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि लापरवाह, लेटलतीफ अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाये।
योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों को साफ तौर पर कहा कि जिलों के भ्रमण के दौरान होटल के बजाय मंत्री गेस्ट हाउस में ही ठहरें। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कह दिया कि आवश्यक स्टाफ के साथ ही भ्रमण पड़ जाए, अत्यधिक तामझाम को प्रदर्शित ना करें।
माना जा रहा है कि योगी के इस बड़े कदम के बाद राज्य में फिजूलखर्ची पर रोक लगेगी। योगी ने मंत्रियों को यह भी निर्देश दिया है कि परिवार के सदस्यों को अपना निजी सचिव नियुक्त ना करें तथा कामकाज में उन्हें दखल देने से दूर रखें। योगी आदित्यनाथ दूसरी बार सत्ता संभालने के बाद सरकार व मंत्रियों की छवि को लेकर खासी सतर्कता बरत रहे हैं।