धूं-धूं कर जल रहे हैं रुद्रप्रयाग कलेक्ट्रेट के निकटवर्ती जंगल

जंगलों में लगी आग आसमान में चारो ओर धुंआ ही धुंआ

रुद्रप्रयाग। गर्मियां बढ़ते ही वनाग्नि की घटनाएं भी शुरू हो गई हैं। जिला कार्यालय रुद्रप्रयाग के निकट के जंगल धूं-धूं कर जल रहे हैं, लेकिन जिला कार्यालय और वन विभाग का निकटवर्ती क्षेत्र होने के बावजूद भी आग पर काबू नहीं पाया जा रहा है।

जंगल में लगी आग से जहां प्राकृतिक वन सम्पदा राख हो रही है। वहीं पर्यावरण को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है।एक ओर भीषण गर्मी तो दूसरी ओर जंगलों में लगी भयावह आग ने आम जनता का जीना मुश्किल कर दिया है। रुद्रप्रयाग वन प्रभाग के जंगल इन दिनों धूं-धूं कर जल रहे हैं।

विभाग को जंगलों में लगी आग की सम्पूर्ण जानकारी होने के बावजूद भी आग पर काबू नहीं पाया जा रहा है। यह आग सडक़ किनारे ही लगी हुई है, लेकिन बावजूद इसके आग पर काबू नहीं पाया जा रहा है।

जंगलों में लगी आग के कारण जहां प्राकृतिक सम्पदा जलकर राख हो रही है। वहीं पर्यावरण भी प्रदूषित हो रहा है। जंगलों में लगी के कारण आसमान में चारों ओर इन दिनों धुंआ ही धुंआ है। इस धुंए में आस-पास का क्षेत्र भी स्पष्ट नहीं दिखाई दे रहा है। आग के कारण जंगली जानवरों का अस्तित्व भी खतरे में आ गया है।
शनिवार को जिला कार्यालय रुद्रप्रयाग के निकट के जंगल धूं-धूं कर चलते रहे। जहां पर आग लगी थी, वहां से कलेक्ट्रेट दो से तीन किमी तो वन कार्यालय लगभग आठ किमी दूर है, बावजूद इसके आग पर काबू नहीं पाया गया।

कुछ दिनों पूर्व वन विभाग ने आग पर काबू पाने के लिए एक एप्प भी तैयार किया था, लेकिन फायर सीजन शुरू होते ही शायद एप्प ने भी कार्य करना बंद कर दिया है। अभी तो वनाग्नि की यह शुरुआत घटनाएं हैं, लेकिन अब धीरे-धीरे स्थिति इसी प्रकार होने वाली है।

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