लुधियाना। एक योगाचार्य के दवाखाने सह डेरे पर ईडी अधिकारी बनकर छापा मारने के बहाने लूट के प्रकरण में पुलिस ने डेरे की एक पूर्व कर्मचारी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने मीडिया को बताया कि घटना की साजिश मुख्य रूप से अमनप्रीत सिंह ने रची थी जो वहां कम्पाउंडर के रूप में कार्य करती थी लेकिन कुछ समय पहले उसे काम से हटा दिया गया था। पुलिस के अनुसार अन्य गिरफ्तार आरोपियों में कुलंविंदर गोलू, जिसके खिलाफ पहले से लूट समेत आपराधिक मामले दर्ज हैं, अमनदीप उर्फ अमना, गुरदीप उर्फ जस्सी और एक बर्खास्त पुलिस कॉन्स्टेबल नवजोत उर्फ ज्योति शामिल हैं।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 55 हजार रुपये नकदी और दो कारें बरामद की हैं, जो ‘छापे’ में इस्तेमाल की गई थीं। 8 मार्च की रात साहनेवाल क्षेत्र में योगाचार्य बाबा हरभजन सिंह के डेरे में आरोपी आये थे। उन्होंने खुद को ईडी, दिल्ली से आया बताया और काला धन छिपे होने की सूचना का हवाला देते हुए तलाशी लेने की बात कही।
उन्होंने बाबा हरभजन सिंह और परिजनों को बांध दिया और तलाशी के बहाने सात लाख रुपये लूटकर चलते बने। पुलिस ने इस प्रकरण में तीन दिन बाद प्राथमिकी दर्ज की क्योंकि पुलिस पुष्टि करना चाहती थी कि छापे की कार्रवाई वाकई ईडी की तो नहीं थी। मामला दर्ज करने के बाद जांच सीआईए स्टाफ को सौंपी गई, जिन्होंने इन गिरफ्तारियों को अंजाम दिया।