पुरी। ओडिशा के पुरी में मशहूर जगन्नाथ मंदिर को दिन-रात सुरक्षा प्रदान करने के लिए मंदिर प्रशासन ने एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को मंजूरी दे दी है।
शनिवार रात को मंदिर की महारसोई में 40 चूल्हों को नुकसान पहुंचाए जाने के मद्देनजर गुरुवार को यहां हुई मंदिर निकाय और सेवादारों की बैठक में मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को मंजूरी दी गई।
इस बैठक की अध्यक्षता जिला कलेक्टर समर्थ वर्मा ने की। यह तय किया गया कि ओडिशा राज्य सशस्त्र पुलिस (ओएसएपी) और जगन्नाथ मंदिर सुरक्षा (जेटीपी) के जवान मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र में संयुक्त रूप से तैनात रहेंगे।
इसके अलावा, राज्य पुलिस और मंदिर सुरक्षाकर्मी भी इस काम में उनकी सहायता करेंगे। मंदिर के सूत्रों ने कहा है कि पूरे मंदिर और मेघनाद प्राचीर (मंदिर की दीवार) के चारों ओर आडियो रिकॉर्डिंग सुविधा से लैस 135 अधिक हाई रिजॉल्यूशन वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
यहां अब तक जितने भी सीसीटीवी खराब पड़े हुए हैं उन्हें या तो ठीक किया जाएगा या बदला जाएगा। मंदिर के आसपास रात्रि गश्त तेज की जाएगी। सीसीटीवी रिकॉर्डिंग को हर सप्ताहांत में स्कैन किया जाएगा, जबकि नियंत्रण कक्ष को अत्याधुनिक गैजेट्स के साथ अपग्रेड किया जाएगा।