इस्लामाबाद। पाकिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच पाकिस्तानी रुपये में भारी गिरावट आई जिसके बाद एक अमेरिकी डॉलर की कीमत 184.03 पाकिस्तानी रुपये के बराबर हो गई।
इतिहास में पहली बार पाकिस्तानी राशि ने डॉलर की तुलना में 183 का आंकड़ा पार किया है। 2018 में सत्ता में आए प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है जिस पर मतदान तीन अप्रैल को होना है लेकिन इमरान सरकार के प्रमुख सहयोगी दल पहले ही विपक्षी खेमे में शामिल हो गये हैं।
देश में आसमान छूती मंहगाई के लिए इमरान सरकार की आर्थिक नीतियों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। जियो टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, एक जुलाई, 2021 को वित्तीय वर्ष की शुरुआत के बाद से अब तक राष्ट्रीय मुद्रा 25 रुपये (या 16.46 प्रतिशत) से अधिक गिर चुकी है।
मार्च के महीने में भी पाकिस्तानी रूपया अमेरिकी डॉलर की तुलना में 3Þ 38 प्रतिशत गिरा । रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 11 महीनों से इसमें गिरावट का रुख बना हुआ है। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान मुद्रा डीलरों ने कहा है कि राजनीतिक अनिश्चितता ने अर्थव्यवस्था के लिए समग्र रूप से नकारात्मक भावना पैदा की है।
डीलरों ने कहा, ‘‘ आयात भुगतान के कारण डॉलर की मांग बढ़ रही है, और वैश्विक बाजार में ऊर्जा और वस्तुओं की उच्च कीमतों के कारण देश आयात पर अधिक खर्च कर रहा है।’’ विश्लेषक ने भविष्यवाणी की है कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया चाल वित्तीय वर्ष 2021-22 के अंत तक नीचे ही बना रहेगा।