इम्फाल। जल शक्ति अभियान ‘कैच द रेन कैंपेन- 2022’ का शुभारंभ किया। इस अभियान का उद्देश्य देश भर में चिन्हित जल-तनावग्रस्त ब्लॉकों और जिलों में गहन जल संरक्षण उपाय करना है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि यह अभियान राज्य के सभी जिलों में ‘‘कैच द रेन, व्हेयर फॉल, व्हेन फॉल’’ थीम के साथ चलाया जाएगा और अभियान 29 मार्च से 30 नवंबर तक लागू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमारे बुजुर्ग वर्षा जल संचयन और जल संरक्षण के बारे में अधिक सावधान थे और उन्होंने सभी सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों में वर्षा जल संचयन विधियों को स्थापित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि एकत्र किए गए पानी को एक विशेष क्षेत्र में उपयोग के लिए संग्रहीत और उपचारित किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल संरक्षण राज्य सरकार के हरित मणिपुर मिशन से बहुत जुड़ा हुआ है और इससे राज्य में स्वच्छता बनाए रखने में मदद मिलेगी। इसलिए जल संरक्षण कार्य और हरित मणिपुर मिशन को साथ-साथ लिया जाना चाहिए।
उन्होंने पहाड़ी क्षेत्रों में अफीम की खेती के लिए बड़े पैमाने पर वनों की कटाई पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने वन क्षेत्रों के संरक्षण के लिए वृक्षारोपण के उपाय शुरू कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि अभियान को अंजाम देने के लिए जल संसाधन विभाग नोडल विभाग होगा।
अभियान के एक हिस्से के रूप में, राज्य के सभी जिलों में जल शक्ति केंद्र स्थापित किए जाएंगे और कहा कि केंद्र जल संरक्षण के लिए तकनीकों से संबंधित जानकारी के प्रसार के लिए ज्ञान केंद्र के रूप में कार्य करेंगे।
उन्होंने बताया कि अभियान चलाने के लिए जल संसाधान विभाग का एक नोडल विभाग होगा। इस अभियान के माध्यम से राज्य के सभी जिलों में जल शक्ति केन्द्र स्थापित किए जाएंगें।