देहरादून। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि उत्तराखंड की विजय भाजपा की नीतियों की विजय है। इससे पहले यह भ्रम फैलाया जाता था कि यहां सरकार रिपीट नहीं होती, लेकिन जनता ने भाजपा की नीतियों व विकास कार्यों पर मुहर लगाते हुए उस भ्रम को तोड़ दिया है।
भाजपा कार्यालय में उन्होंने कहा कि यह विजय प्रधानमंत्री के कार्यों की विजय है, पांच वर्षों में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टोलरेंस की विजय है। जिस तरह प्रधानमंत्री ने कोविड में सबको मुफ्त में वैक्सीन दी, हर जरूरतमंद को सरकार की ओर से सहायता दी।
इस सवाल पर कि क्या जनता उन्हें फिर से मुख्यमंत्री देखना चाहती है, उन्होंने कहा कि यह सवाल बंद हो जाना चाहिए। मुझे मुख्यमंत्री बनना होता तो चुनाव लडऩा था, मैने चुनाव नहीं लड़ा। हमारा लक्ष्य एक ही था कि भाजपा की सरकार बने और मेरे लिए इससे बड़ी कोई बात नहीं है।
इस सवाल पर कि क्या वे पुष्कर सिंह धामी को सीएम के रूप में समर्थन देंगे। त्रिवेंद्र ने कहा कि जब मुझे 2017 में सीएम बनाया गया था तो सबका साथ मिला, इसलिए मेरा दायित्व भी है जो केंद्रीय नेतृत्व फैसला लेगा उसको हम सबका समर्थन होगा।
हरीश रावत चुनाव हारे हैं, जनता का निर्णय है, उन्हें स्वीकार करना चाहिए। ये हरीश रावत की नहीं बल्कि कांग्रेस की हार है।