हरदा और प्रीतम में परिणाम बाद की जोर आजमाइश हुई शुरू
पर्यवेक्षकों को साधने के साथ ही प्रत्याशियों पर भी डाले जाने लगे हैं डोरे
- प्रीतम ने पर्यवेक्षकों के साथ ही प्रत्याशियों के साथ भी किया मंथन
देहरादून। विधानसभा चुनावों के परिणाम आने से पहले ही राजनेताओं ने परिणामों पर नजर रखने के साथ ही आगे की स्थिति को भी मजबूत करने की कोशिश में जुट गये हैं। पार्टी के बड़े नेताओं ने अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के साथ समन्वय बनाना शुरू कर दिया है।
इसी कड़ी में कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत के साथ ही नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने भी पर्यवेक्षकों के साथ बैठक करके मतगणना व मतगणना के बाद की स्थितियों को अपने पक्ष में मोड़ने की संभावनाओं को लेकर प्रयास शुरू कर दिये। मतगणना से पहले ही भाजपा और कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है।
अलग-अलग एक्जिट पोल सर्वेक्षणों के अलग-अलग दावों से सबकी सांसें अटकी हुई हैं। भाजपा हो या कांग्रेस दोनों ही मतगणना से पहले इस रणनीति के हिसाब से काम कर रहे हैं कि मानों उन्हीं की सरकार बन रही है।
ऐसे में न केवल हरीश रावत बहुमत आने के बाद की स्थितियों को अपने पक्ष में जुट गये हैं। वहीं नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह भी प्रत्याशियों के साथ मेलजोल बढ़ाकर अपना नेटवर्क मजबूत करने की कोशिशों में जुट गये हैं।
नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस पर्यवेक्षक मोहन प्रकाश व एमबी पाटिल द्वारा जनपद देहरादून के सभी प्रत्याशीगणों, जिला व महानगर अध्यक्षगणों की एक बैठक में शिरकत की।
बृहस्पतिवार को होने वाली मतगणना को लेकर यह बैठक आहूत की गयी थी। माना जा रहा है कि प्रीतम सिंह इस बैठक के माध्यम से मतगणना के साथ-साथ अपने करीबियों और विधानसभा में पार्टी की ओर से उतारे गये प्रत्याशियों के साथ संवाद बनाने में जुटे हैं।
अभी यह अंदाज लगाना मुश्किल है कि पार्टी का कौन सा प्रत्याशी चुनाव जीतकर आएगा, ऐसे में सभी से समन्वय बनाकर रखने की कोशिश हो रही है ताकि चुनाव परिणाम आने के बाद अपने पक्ष में माहौल बनाया जा सके। इसलिए चुनाव के परिणाम आने से पहले ही अपने पक्ष में आंकड़े जुटाने की कोशिश सीएम पद के दावेदारों की ओर से शुरू हो गयी है।