मॉस्को। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के लिए रूस ने यूक्रेन के विभिन्न शहरों में नए मानवीय गलियारों को खोल दिया है, जिससे छात्र बेलारूस और रूस की ओर जा सकते हैं। नागरिक इस गलियारे का इस्तेमाल कर रूस और बेलारूस के लिए निकल सकते हैं, जो यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में एक साथ हैं।
कीव से निकलने वाले गलियारे से नागरिक बेलारूस की ओर जा सकते हैं, जबकि खारकिव के गलियारे से रूस जाया जा सकता है। अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी ने बताया कि मारियुपोल और सुमी शहर से निकलने वाले गलियारे यूक्रेन के विभिन्न शहर और रूस की ओर जाते हैं। यहां बड़ी संख्या में भारतीय छात्र फंसे हुए हैं।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों रूस की ओर जाने वाले गलियारों के लिए किए गए अपने आग्रह को नकार चुके हैं। एलिसी राष्ट्रपति भवन ने बीएफएमटीवी को बताया कि राष्ट्रपति ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अपनी बातचीत में रूस की ओर जाने वाले गलियारे का कोई आग्रह प्राप्त नहीं किया है।
रूस ने यूक्रेन से नागरिकों को निकलने के लिए युद्धविराम की घोषणा की थी। बीबीसी ने बताया की राजधानी कीव के साथ-साथ खारकिव, मारियुपोल और सुमी में निकलने के रास्ते स्थापित किए जाएंगे। इन सभी शहरों में इस वक्त रूसी सैन्य अभियान जारी है।
रूस के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, यह युद्धविराम स्थानीय समयानुसार सुबह 10 बजे (भारतीय समय 12:30 बजे) से होगा, हालांकि यूक्रेन के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। सप्ताहांत में, देश के दक्षिण-पूर्व में मारियुपोल से नागरिकों को निकालने के लिए एक मार्ग खोलने के दो प्रयास विफल हो गए।
सोमवार को एक परिवार के तीन लोग जिनमें एक मां और उसके दो बच्चों समेत चार लोगों को मौत हो गयी, जब वह इरपिन शहर से भागने का प्रयास कर रहे थे। यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि यह युद्धविराम के समय के बावजूद रूस द्वारा की गयी बमबारी के कारण हुआ।