सिलिगुड़ी। सिलीगुड़ी कॉरिडोर पर भारतीय सेना की एयरबोर्न और स्पेशल फोर्स रेजिमेंट ने हवाई क्षमता और त्वरित प्रतिक्रिया का पूर्वाभ्यास किया। सेना ने यह जानकारी दी।
चिकन्स नेक के नाम से भी जाने जाने वाले सिलीगुड़ी कॉरिडोर का नेपाल, भूटान और बांग्लादेश की सीमा से लगे होने के कारण एक रणनीतिक महत्व है।
उन्होंने बताया कि जवानों ने रसद आपूर्ति भार के साथ करीब 20 हजार फुट की ऊचांई से छलांग लगाकर आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रियात्मक गतिविधियों अभ्यास किया।
छलांग लगाकर सिलिगुड़ी कॉरिडर के एक लोकेशन पर उतरने के बाद जवान उन निगरानी स्थलों पर गए जहां से दुश्मनों पर अच्छे से नजर रखा जा सकता है।
अभ्यास के तुरंत बाद 400 जवानों के एक एयरबोर्न फोर्स को तुरंत उस जगह पर तैनात किया गया, ताकि जिन उद्देश्यों के लिए अभ्यास का आयोजन किया गया था, उन्हें पूरा किया जा सके। भारतीय सेना ने साल 2017 में हुए डोकलाम गतिरोध के बाद भू-रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस कॉरिडोर की सुरक्षा बढ़ा दी है।