गंगा की लहरों में देश-विदेश के खिलाड़ियों ने दिखाया अपना जौहर
तीन दिवसीय गंगा क्याक महोत्सव का हुआ शुभारंभ
देहरादून/ऋषिकेश। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) के सहयोग से द एडवेंचर स्पोर्ट्स सोसाइटी की ओर से आयोजित तीन दिवसीय गंगा क्या महोत्सव के पहले दिन देश-विदेश के खिलाड़ियों ने गंगा की लहरों में अपना जौहर दिखाया।
फूलचट्टी के निकट गंगा गोल्फ कोर्स रैपिड के पास दसवें गंगा क्याक महोत्सव का गुरुवार को मुख्य अतिथि कर्नल अश्विनी पुंडीर, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक पर्यटन) यूटीडीबी ने रिबन काटकर शुभारंभ किया। प्रतियोगिता में ऋषिकेश, अरूणांचल प्रदेश, नेपाल, लद्दाख समेत ऑस्ट्रेलिया के 62 खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं।
कर्नल अश्विनी पुंडीर, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक पर्यटन) यूटीडीबी ने बताया कि उत्तराखंड साहसिक एवं रोमांचक खेलों के लिए एक बेहतरीन स्थान है। ऋषिकेश में हो रहे गंगा क्याक महोत्सव में भाग ले रहे देश-विदेश के खिलाड़ियों ने पहले दिन अपना हुनर दिखा कर साहसिक खेलों की महत्वता और उससे जुड़े रोमांच को दर्शाने का काम किया है। प्रदेश में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभाग की ओर से लगातार काम किया जा रहा है।
द एडवेंचर स्पोर्ट्स सोसाइटी अध्यक्ष भीम सिंह चौहान और सचिव हरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि बीते वर्षों की तरह इस बार भी आयोजित गंगा क्याक महोत्सव 17 से 19 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है। यह प्रतियोगिता यमकेश्वर के फूलचट्टी के पास आयोजित की जा रही है। इसमें विदेशी प्रतियोगियों में खासा उत्साह है। उन्होंने बताया कि महोत्सव में भारत के ऋषिकेश से 45, लद्दाख से एक, अरुणाचल से तीन, नेपाल के 12 खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं। महोत्सव में इस बार प्रतियोगिता के विजेताओं को सात लाख रुपये के नकद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
तीन दिवसीय महोत्सव में प्रोफेशनल, बिग्नर्स और महिला वर्गों के लिए प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही है। गंगा क्याक महोत्सव में चार प्रतियोगिताएं प्रमुख हैं, जिनमें स्प्रिंट, जाइंट स्लालोम, बोटर क्रॉस व मास बोटर क्रॉस प्रतिस्पर्धा शामिल है। सभी प्रतिस्पर्धाओं में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को ओवरऑल चैंपियन घोषित किया जाएगा, जिसे एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। वहीं एक भारतीय खिलाड़ी को बेस्ट इंडियन पैडलर चुना जाएगा, जिसे पचास हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।