उत्तराखंड के चीन सीमा से सटे बूथों के लिए पोलिंग पार्टियां हुईं रवाना
पिथौरागढ़ की सीमांत धारचूला सीट पर व्यास, चौरासी घाटी में कई गांव मौजूद हैं
- चुनौती से कम नहीं है प्रशासन के लिए चुनाव कराना किसी
देहरादून। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए 14 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। चीन सीमा से सटे मतदान केंद्रों के लिए तीन दिन पहले ही मतदान पार्टियों को रवाना कर दिया गया है। पिथौरागढ़ की सीमांत धारचूला सीट पर व्यास, चौरासी घाटी में कई गांव मौजूद हैं। इन गांव में जिला प्रशासन के लिए चुनाव कराना किसी चुनौती से कम नहीं है।
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हिमालय की गोद में बसे इन गांवों में इन दिनों भारी बर्फ जमी हुई है। इसके बावजूद आज जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष चौहान की ओर से मतदान पार्टियों को दूरस्थ मतदान केंद्रों के लिए रवाना किया गया। रवाना होने से पहले इन कार्मिकों की ओर से पोस्टल बैलेट से अपना मतदान किया गया।
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जिला निर्वाचन अधिकारी चौहान ने कहा कि मतदान पार्टियों को रिजर्व ईवीएम के अलावा प्रत्येक टीम को साथ एक एक फार्मेसिस्ट, आवश्यक मेडिकल उपकरण, सेटेलाइट फोन व आपदा से बचाव सामग्री के साथ रवाना किया गया है। जिन मतदेय स्थलों के लिए पार्टियां रवाना हुईं हैं उनमें स्थल पातो, बुई, सांईपोलू, छाना, कनार, होकरा, खोएम, नामिक, बौना, तोमिक, जसपुर खान कनलका, क्वीरीजिमिया, जौलढुंगा, उच्छैती, बादनीधार, भवन चौना, जैंती तथा मेतली शामिल हैं।
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दूसरी ओर जिला निर्वाचन अधिकारी डा.आशीष चौहान ने पोलिंग पार्टियों के यात्रा के दौरान वीवीपैट व ईवीएम को असावधानी पूर्वक हैंडलिंग करने के मामले में जौलढुंगा मतदान स्थल के पीठासीन अधिकारी व सेक्टर मजिस्ट्रेट तथा यातायात व्यवस्था में तैनात एफजीआई अधिकारी को गाड़ी बदलने का दोषी पाए जाने पर तीनों अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है और उनके खिलाफ तत्काल प्रतिकूल प्रविष्टि जारी कर दी है। साथ ही पीठासीन अधिकारी को बदल कर उनके स्थान पर दूसरे अधिकारी को भेजा गया है।
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