देहरादून। भाजपा के लैंसडाउन विधायक दिलीप रावत भी अब हरक पर हमलावर हो गए है। उन्होंने कहा कि हरक सिंह रावत पर ये कार्रवाई पहले ही हो जानी चाहिए थी। क्योंकि वह किसी भी संस्कृति को नहीं मानते हैं, इसलिए वह पार्टी बदलते हैं और जनता के लिए विकास के रूप में वह कुछ नहीं करते हैं इसलिए विधानसभा सीट भी बदलते रहते हैं।
दिलीप रावत ने भाजपा के फैसले को ब्लैकमेल करने वाले नेता के खिलाफ की गई कार्रवाई बताया और कहा कि पार्टी ने अपनी संस्कृति को बचा लिया और परिवारवाद की संस्कृति अपनाने वालों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया। हरक सिंह रावत को हटाए जाने के बाद लैंसडाउन विधानसभा सीट से दिलीप रावत का टिकट पक्का माना जा रहा है।
बता दें कि हरक सिंह रावत पौडी जिले की लैंसडाउन विधानसभा सीट से अपनी पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं के लिए भाजपा से टिकट मांग रहे थे। टिकट कटने के डर से दिलीप रावत ने हरक के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ था। अब अनुकृति गुसाईं के लैंसडाउन से कांग्रेस के टिकट पर लड़ने पर दिलीप रावत ने कहा कि उन्हें इससे फर्क कोई नहीं पड़ता क्योंकि अनुकृति गुसाईं का राजनीतिक सफर शून्य है।