भाजपा के 13 पार्षदों ने पार्टी से दिया इस्तीफा
निगम बोर्ड बैठक में प्रस्ताव गिरने से नाराज थे पार्षद
रुडक़ी। नगर निगम की सियासत में नाटकीय मोड़ आ गया है। सोमवार को नगर निगम में भाजपा के 13 पार्षदों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर खलबली मचा दी है।
भाजपा छोडऩे वाले पार्षदों ने पार्टी के ही दूसरे पार्षदों पर कांग्रेस और बसपा पार्षदों के साथ मिलकर उनके विकास के प्रस्ताव पास नहीं होने दिए जाने का आरोप लगाया है।
साथ ही उन्होंने पार्टी संगठन को भी निशाने पर लिया है। सभी 13 भाजपा पार्षदों ने जिलाध्यक्ष को सामूहिक इस्तीफे भेज दिए हैं।
आदर्शनगर में एक बैंक्वेट हॉल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए भाजपा पार्षदों ने कहा कि शनिवार को नगर निगम की बोर्ड बैठक हुई थी। बोर्ड बैठक में उनके विकास कार्यों के प्रस्ताव को पास नहीं होने दिया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि निगम बोर्ड में भाजपा का बहुमत होने के बावजूद भी उनके क्षेत्र के विकास कामों के प्रस्ताव को गिरा दिए गए हैं। उन्होंने भाजपा जिलाध्यक्ष को भेजें सामूहिक इस्तीफे में पार्षदों ने कहा कि नगर निगम में भाजपा के 29 पार्षद हैं।
बहुमत होने के बावजूद उनके प्रस्ताव पास नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बहुमत के बाद भी जो पार्षद भाजपा के हैं उनके विकास कार्यों के प्रस्ताव को पार्टी के ही कुछ पार्षदों ने कांग्रेस और बसपा पार्षदों के साथ मिलकर गिराया है।
उन्होंने कहा कि संगठन भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। पार्षदों का कहना था कि चुनाव में जनप्रतिनिधि होने को लेकर उनकी भी जनता के प्रति जवाबदेही है। बताया गया है कि भाजपा के 13 पार्षदों ने पार्टी जिलाध्यक्ष को सामूहिक इस्तीफे भेज दिए हैं।
इस्तीफा देने वालों में पूनम प्रधान, राजेश्वरी देवी, देवकी जोशी, मंजू भारती, नवनीत शर्मा, वीरेंद्र गुप्ता, सचिन चौधरी, विनीता रावत, अनुप राणा, राजेश देवी सपना धारीवाल, संजीव , अंकित चौधरी शामिल हैं।