राकेश प्रजापति
नकली शराब को असली शराब का जामा पहनाकर धड़ल्ले से बाजार में बिना किसी खौफ के सप्लाई किया जा रहा है । इस बात का खुलासा पुलिस की छापेमारी टीम ने किया । पुलिस को वहां मिले साक्ष्य इस बात की गवाही दे रहे हैं कि इस नकली शराब कांड के कारोबार में नौकरशाह से लेकर राजनेताओं की मिलीभगत प्रथम दृष्टा नजर आ रही है ।
पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर नौकरशाहों और राजनेताओं के बीच सन्नाटा है, परन्तु अंदर ही अंदर कुछ खिचड़ी पक रही है ? कि इस पूरे कांड को किस तरह रफा- दफा या फिर उस एंगल पर मोड़ दिया जाए जहां से इस कांड के छींटे नौकरशाहों और राजनेताओं के दामन पर न पढ़ सके ।
अब देखने बाली बात यह है की इस कांड की सच्चाई के साथ जाँच होती है तो राजनेताओं और नौकरशाहों के चेहरों पर से ईमानदारी की नकाब तार तार होती नजर आएगी ,जो चन्द पैसों के खातिर मदिराप्रेमियों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे है , उन्ही के पैसों से सरकार की अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित हो रही है।
नकली शराब बनाकर उसे सरकारी सील के साथ बाजार में बेचने के कारनामों का खुलासा दतिया के सिविल लाइन थाना और कोतवाली पुलिस ने संयुक्त रूप से किया। अवैध शराब फैक्ट्री पर धरपकड़ के दौरान पुलिस ने पाया कि यहां सिर्फ नकली शराब बनाई नहीं जा रही, बल्कि उस पर सरकारी हॉल मार्क लगा कर उसे बाजार में धड़ल्ले से बेचा जा रहा है।
जानकारों ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने झांसी बाईपास रोड मम्मा जू बाग के पास एक घर में नकली शराब पर सरकारी हॉलमार्क दिखाई दिया। इस घर से पुलिस ने छापेमारी कर नकली शराब सहित शेरा उर्फ प्रमोद गौतम व कुशल गुर्जर नामक गुर्गे को गिरफ्तार किया। पुलिस की इस छापेमारी में पुलिस को अनेको साक्ष्य मिले है जो इस पूरे कांड की सच्चाई सामने रखा देगा।
एसडीओपी सुमित अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पूरे घटनाक्रम पर बात करते हुए कहा कि आरोपी अवैध शराब की फैक्ट्री में आबकारी विभाग के हॉलमार्क ,रैपर ढक्कन, व बोतल प्रयोग कर रहे थे। उंन्होने सन्देह जाहिर करते हुए इस बात पर भी जोर किया यह ढक्कन और रेपर यहां कैसे आए ? इस बात की भी कड़ी जांच की जाएगी।
कोतवाली थाना प्रभारी रविंद्र शर्मा, सिविल लाइन थाना प्रभारी भूमिका दुबे, कोतवाली सब स्पेक्टर आकाश संसिया व कोतवाली और सिविल लाइन स्टाफ एक साथ इस घर पर दबिश दी और नकली शराब पर सरकारी हॉल मार्क के काले कारनामे का खुलासा किया। गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। ताकि वह नकली शराब के धंधे से जुड़े हैं और लोगों के बारे में पता कर सके। साथ ही पुलिस लगातार इस तरह की छापेमारी करने की योजना भी बना रही है।