उत्तरकाशी। सीडीएस व पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल विपिन रावत का उत्तरकाशी जिले से गहरा नाता रहा है। उत्तरकाशी के धनारी पट्टी स्थित थाती गांव से जनरल रावत का ननिहाल है। दो साल पहले जब वो उत्तरकाशी में अपने ननिहाल आए थे तो यहां के लिए कुछ अलग करने का वादा करके भी गए थे, लेकिन अचानक उनके हेलीकॉप्टर क्रैश होने की खबर सामने आने के बाद यहां भी उनके चाहने वाले काफी दु:खी हैं। थाती में लोगों ने जनरल रावत और उनके परिवार के सकुशल स्वास्थ्य कामना की है।
उत्तरकाशी में जनरल रावत का था ननिहाल
गौरतलब है कि सीडीएस जनरल विपिन रावत उत्तरकाशी से मातृत्व का गहरा रिश्ता है। यहां से ननिहाल होने के कारण जनरल रावत कई मौकों पर उत्तरकाशी आए और यहां के दर्द को महसूस कर कुछ करने का सपना साथ लेकर गए।
सितंबर 2१९ में जब जनरल रावत बतौर थलसेनाध्यक्ष उत्तरकाशी स्थित थाती गांव में अपने अपने ननिहाल पहुंचे थे, तो यहां के लोग उन्हें अपने बीच पाकर गौरवान्वित महसूस कर रहे थे और यहां की परेशानियों को समझकर जनरल रावत ने एक आत्मीय रिश्ते की डोर को मजबूत धागे में पिरोने का काम बखूबी किया।
उस वक्त उनके मन में यहां के लोगों के लिए कुछ करने टीस भी देखी गई। शायद इसलिए उन्होंने कहा भी था कि वे यहां के लिए कुछ करना चाहते हैं। उन्होंने वादा किया था कि रिटायरमेंट के बाद वे दोबारा यहां आयेंगे और पलायन के दंश से बेहाल पहाड़ के गांवों को फिर से आबाद करने की पहल करेंगे।
थाती के लोगों को आज भी जनरल रावत के दोबारा यहां आने की उम्मीद है और जो वादा उन्होंने किया उसको पूरा होते देखना चाहते हैं। जनरल रावत के मामा खुशपाल के पुत्र नरेंद्र परमार बताते हैं कि पिछली बार जब वो थाती आए थे तो उन्होंने गांव सेना भर्ती केन्द्र खोलने का जिक्र भी किया था।