नयी दिल्ली। शीतकालीन सत्र के पहले दिन किसानों के मुद्दे को लेकर कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने राज्यसभा में जमकर शोरशराबा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही बार बार स्थगित करनी पड़ी।
उप सभापति हरिवंश ने कृषि कानून निरसन विधेयक 2021 विपक्ष के हंगामें के बीच पारित कराया और सदन की कार्यवाही दो बज कर दस मिनट पर 30 मिनट के स्थगित कर दी।
इस बीच तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा नारे लगाते हुए सभापति के आसन के समक्ष आ गये। समाजवादी पार्टी के कुछ सदस्य तख्तियां हाथ में लहराते हुए अपनी सीटों पर खड़े हो गये।
इसे देखते हुए हरिवंश ने सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी। स्थगन के बाद पीठासीन अधिकारी भुवनेश्वर कलिता ने कार्यवाही शुरू करते हुए कहा कि एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा चल रही है।
इसलिए सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित की जाती है। इससे पहले सदन के सभापति एम.वेंकैया नायडू ने नये सदस्यों को शपथ ग्रहण कराने, दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने और विधायी कागजात सदन के पटल पर रखवाने के बाद सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी थी।