मोहाली ।दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरनजीत चन्नी से आग्रह किया है कि वे जो भी घोषणायें करते हैं उन पर अमल करना भी उससे ज्यादा जरूरी है।
आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल को मोहाली स्थित शिक्षा बोर्ड दफ्तर के समक्ष बैठे कच्चे अध्यापक और सोहाना में स्थित पानी की टंकी पर चढ़े बेरोजगार पीटीआई अध्यापकों से मिलने उनके धरने में शामिल हुये और उनकी मांगों को गंभीरता से सुना।
उन्होंने धरनारत अध्यापकों को भरोसा दिया कि पंजाब में आप की सरकार बनने पर कच्चे अध्यापकों को पक्का किया जाएगा ताकि प्रदेश में अच्छी शिक्षा का माहौल बनाया जा सके।
उनके साथ प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद भगवंत मान, पंजाब मामलों के प्रभारी एवं दिल्ली के विधायक जरनैल सिह, नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा और विधायक बुद्धराम भी थे।
पिछले 165 दिन से धरने पर बैठे कच्चे अध्यापकों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि चन्नी सरकार ने जगह-जगह 36 हजार कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने के बोर्ड तो जरूर लगाए हुए हैं लेकिन न तो अध्यापकों को पक्का किया और न ही सैंकड़ों हजारों सफाई व अन्य विभागों के कच्चे और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को पक्का किया गया।
उन्हें घोषणाओं पर अमल भी करना चाहिए। उनके अनुसार दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने शिक्षा का माहौल बदला है। अच्छी शिक्षा और बेहतरीन नतीजों का श्रेय अध्यापकों को ही जाता है।
इसके लिए अध्यापकों को विदेशों से प्रशिक्षण दिलाया गया और अच्छे वेतन देने समेत अध्यापकों से गैर-शैक्षणिक काम लेने पर पूर्ण रोक लगा दी गई। इस कारण दिल्ली के अध्यापकों ने सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था ही बदल कर रख दी और दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था की दुनिया भर में तारीफ हो रही है।
उनके अनुसार दिल्ली की तरह पंजाब की शिक्षा व्यवस्था में भी सुधार किया जाएगा। आप पार्टी की सरकार बनने पर कच्चे अध्यापकों को तुरंत पक्का किया जाएगा और सरकारी कालेजों जिनके 906 गैस्ट फैक्लटी प्रोफैसर/टीचर, जिन्हें 15 से 20 वर्ष तक सेवा लेकर अब निकाला जा रहा है, उनकी सेवाएं जारी रखी जाएंगी।
केजरीवाल ने कहा कि अध्यापक कक्षा में होने चाहिए न कि धरने व टंकियों पर । दसियों वर्षों से सरकारी स्कूलों में सेवाएं दे रहे कच्चे अध्यापकों को पंजाब में मात्र छह हजार रुपये प्रति महीना वेतन दिया जाता है जो पंजाब सरकार और समाज के लिए शर्म की बात है।
उन्होंने लोगों से अब एक मौका आम आदमी पार्टी को देने की अपील की क्योंकि वे कांग्रेसियों, भाजपा और बादलों को बार-बार परख चुके हैं ।
2022 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर पंजाब के सरकारी स्कूलों और शिक्षा व्यवस्था में क्रांतिकारी सुधार किए जाएंगे। उन्होंने 47 दिनों से टंकी पर चढ़े अध्यापकों से नीचे उतरने की अपील की और कहा कि वे अपनी जान खतरे में न डालें।
उनको भरोसा दिलाया कि ‘आप’ की सरकार बनने पर उनकी समस्याओं का हल किया जाएगा। उन्होंने चन्नी सरकार से अपील की है कि बेरोजगार पीटीआई अध्यापकों की मांग के अनुसार भर्ती प्रक्रिया की मैरिट लिस्ट तुरंत जारी की जाए व हर मैरिट सूची के साथ वेंग सूची जारी की जाए।
भगवंत मान ने कहा कि अध्यापक समाज का निर्माता होता है और अध्यापकों की जगह स्कूल में होती है। लेकिन पंजाब की सरकारों ने अध्यापकों को धरनों पर धक्के खाने के लिए छोड़ दिया है और अध्यापक स्कूल की जगह दफ्तरों, टैंकियों और सड़कों पर धरने लगाने को मजबूर हैं।
मान ने कहा कि 18 वर्ष कच्चे अध्यापक के रूप में पढ़ाने के बाद भी अकाली दल और कांग्रेस की सरकारों ने अध्यापकों को पक्का नहीं किया । उन्होंने सवाल किया कि जब इन अध्यापकों ने डिग्रियां पक्की ली, पढ़ाई पक्की, फिर सरकार नौकरियां कच्ची क्यों दे रही है।