नैनीताल। तेंदुआ को पिंजरे में कैद करने में सफल रहा वन विभाग(Forest Department)। नैनीताल के चोपड़ा गांव के दांगड़ में पांच साल की मासूम बच्ची को शिकार बनाया था।वन विभाग ने तेंदुए को रानी बाग रेस्क्यू सेंटर भेज दिया गया है।
चोपड़ा ग्राम सभा के दांगड़ तोक में मोहन सिंह जीना की पांच वर्षीय बेटी राखी को तेंदुए ने घर के आंगन से उठा लिया था।
परिजनों ने बच्ची को तेंदुए के जबड़े से छुड़ा लिया लेकिन गंभीर रूप से घायल मासूम ने अस्पताल ले जाते हुए दम तोड़ दिया।
इस घटना के बाद क्षेत्र में रोष फैल गया और ग्रामीणों ने तेंदुए को मार गिराने की मांग की। साथ ही तब तक बच्ची का अंतिम संस्कार नहीं किए जाने का ऐलान कर दिया।
इसके बाद प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) टीआर बीजूलाल मौके पर पहुंचे। तेंदुए को पकड़ने के लिए गांव के आसपास दो पिंजरे भी लगा दिए गए। शिकारी और वनकर्मियों को गांव में तैनात कर दिया गया।
वन विभाग के सूत्रों ने बताया कि तेंदुए को रानीबाग रेस्क्यू सेंटर भेजा दिया गया है। जिसके लार के नमूने लेकर देहरादून परीक्षण को भेजे जाएंगे। परीक्षण के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि आदमखोर है अथवा नहीं। फिलहाल माना जा रहा है कि वही तेंदुआ है जिसने बच्ची को शिकार बनाया।