देहरादून। उत्तराखंड के नैनीताल जिले में आपदा से प्रभावित में फंसे 500 पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। वहीं मलबों से चार शव बरामद किये गये हैं।
कैंचीधाम, खैरना, काकड़ीघाट व गरमपानी क्षेत्र में सड़कें अवरूद्ध होने से यहां 500 से अधिक पर्यटक और यात्री फंसे हुए थे।
जिलाधिकारी डीएस गर्ब्याल ने कल ही भारतीय सेना की डोगरा रेजीमेंट को यहां बचाव एवं राहत कार्य के लिये बुलाया था।
सेना के 100 जवान लगभग 30 से 35 किलोमीटर पैदल चलने के बाद कल दोपहर बाद यहां पहुंचे और यहां लोगों को राहत पहुंचाना शुरू किया।
पुलिस उपमहानिरीक्षक नीशेल आनंद भरणै ने कमान संभाली और अल्मोड़ा एवं नैनीताल पुलिस के जवानों ने फंसे 500 से अधिक पर्यटक को घाटी से बाहर निकाल कर सुरक्षित जगहों पर भेजा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रीति प्रियदर्शिनी ने बताया कि अभी तक 1500 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। इस बीच कैंची धाम और बोहराकोट गांव में मलबे में दबे चार लोगों के शवों को आज बाहर निकाला गया।
कैंची धाम में मंगलवार को इक्कीस वर्षीया ऋचा और अट्ठारह साल का युवक अभिषेक घर ढहने से मलबे में दब गये थे। दोनों के शव आज बरामद कर लिये गये।
इसी प्रकार रामगुढ़ के बोहराकोट में दो बुजुर्ग शंभु दत्त डालाकोटि और बसंत डालाकोटि मलबे की चपेट में आने से लापता हो गये थे। इनके शवों को भी बरामद कर लिया गया।