नारायणबगड़। भूस्खलन की जद में आने से डुंग्री गांव के दो लोग जिंदा दफन हो गए। अभी तक भी मलवे में दबे लोगों का कोई सुराग नहीं लग पाया है। प्रधान ने प्रशासन से मलवे में दबे लोगों को खोजने को मदद मांगी है।
मंगलवार को भारी बारिश के चलते डुंग्री गांव की पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी। पानी के संकट से जूझ रहे ग्रामीणों को राहत देने के लिए डुंग्री गांव के भरत सिंह (48) तथा बीरेंद्र सिंह (33) दोपहर क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन की मरम्मत करने जंगल की ओर निकल गए।
डुंग्री गांव के आल्यूं तोक में अचानक पहाड़ी से हुए भूस्खलन की चपेट में आकर दोनों लोग मलवे में दब गए। देर सायं जब दोनों लोग घर नहीं पहुंचे तो लोगों ने उनकी ढूंढखोज करनी शुरू कर दी। इसके बावजूद अभी तक दोनों लोगों का कोई पता नहीं चल पाया है।
बताया जा रहा है कि मलवे में दबा एक व्यक्ति पूर्व सैनिक है और दिल्ली में डीएसी में कार्यरत होने के चलते छुट्टी पर घर आया था। इस घटना से गांव में मातम पसरा है।
ग्रामीण दोनों को ढूंढने में जुटे हुए हैं। प्रधान नरेंद्र सिंह ने जिला प्रशासन को बुधवार को सूचना देते हुए मलवे में दबे लोगों को खोजने की गुहार लगाई है। इस बीच पुलिस तथा प्रशासन की टीम घटना स्थल को पहुंच गई है।