गुवाहाटी/नगांव। केंद्र की मोदी सरकार का नार्थ ईस्ट पर विशेष फोकस रहा है। यही वजह है कि पूर्वोत्तर के राज्यों में विकास की नयी बयार बह रही है। यह बात वरिष्ठ पत्रकार ममता सिंह ने रविवार को असम के नगांव प्रेस क्लब द्वारा उनके सम्मान में नगांव आयोजित कार्यक्रम में कही।
उन्होंने कहा कि इसी का नतीजा है कि यहां उग्रवाद भी ढलान पर है। केंद्र की नयी योजनाएं धरातल पर अब दिखने लगीं हैं। विशेष रूप से रोडवेज और एयरवेज कनेक्टिविटी के क्षेत्र में यहां अद्भुत क्रांति आई है।
बेहतर कनेक्टिविटी और शांतिपूवर्क माहौल से जन जातीय लोगों का जीवन भी बेहतर हो रहा है। जो वाकई सुखद अनुभूति का एहसास कराता है।
वरिष्ठ पत्रकार ममता सिंह ने कहा कि इस तरह से देखा जाए तो पूर्वोत्तर में काफी विकास हुआ है। लेकिन पूर्वोत्तर में सतत विकास की आवश्यकता है। ताकि नार्थ ईस्ट के लोगों को ज्यादा आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर आजादी के बाद लंबे समय तक उपेक्षित रहा है लेकिन अब यहां के हालात बदल रहे हैं और पूर्वोत्तर के राज्य निरंतर तरक्की कर रहे हैं। ममता सिंह ने कहा कि देश के अन्य पर्वतीय राज्यों को भी नार्थ ईस्ट से सबक लेकर काम करने की आवश्यकता है।
उल्लेखनीय है कि वरिष्ठ पत्रकार ममता सिंह का नार्थ ईस्ट से खास जुड़ाव रहा है। नार्थ ईस्ट के प्रतिष्ठित प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सेंटिनल, पूर्वांचल प्रहरी, नार्थ ईस्ट टेलीविजन, सहारा समय,जागरण में लंबे समय तक का अनुभव रहा है।
उन्होंने लोकसभा टीवी में कार्य करते हुए नार्थ ईस्ट के राज्यों को काफी करीब से समझा और जमीन स्तर पर जाकर वहां की जनजातीय समाज, उनकी समस्याएं और वहां हो रहे विकास कार्यों को लेकर 100 से ज्यादा डाक्यूमेंट्री भी बनाई हैं।
यहां बताना जरूरी है कि ममता सिंह नार्थ ईस्ट में काम करने वाली देश की एकलौती पत्रकार हैं जिनकी खोजी रिपोर्ट पर ब्रू / रियांग जनजाति के लोगों को पहचान मिली है। यह जनजाति त्रिपुरा के जंगल में पिछले 21 सालों से मिजोरम से खदेड़े जाने के बाद यहां के जंगलों में जीवन यापन कर रही थी।
रविवार को नागालैंड से नगांव पहुंची ममता सिंह को यहां के पत्रकार बंधुओं ने नार्थ ईस्ट में किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया।
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