लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा और पूर्व विधायक उदय पाल मौर्य के अलावा उप्र राज्य कर्मचारी संघ के नेता हरिकिशोर तिवारी समेत तमाम लोगों को सपा में शामिल कराने के बाद आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जनता ने भाजपा पर भरोसा जता कर दो बार लोकसभा और 2017 में यूपी में सरकार बनाने में मदद की मगर उसकी अपेक्षाओं पर कुठाराघात किया गया।
केन्द्र की मोदी सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डालर बनाने का वादा किया था जबकि यूपी में योगी सरकार ने एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने का वादा जनता से किया मगर नतीजा अभी भी सिफर है।
उन्होने कहा कि महंगाई पर नियंत्रण पाने का वादा भी कोरा कागज साबित हुआ। आज सुबह की चाय से लेकर रात का खाना तक कई गुना महंगा हो चुका है। तमाम गरीब मजदूर आज भुखमरी की कगार पर हैं।
पेट्रोल,डीजल,खाद्य तेल, दालों के दाम आसमान छू रहे हैं। ग्लोबल इंडेक्स में हमारा देश पाकिस्तान,नेपाल और बांग्लादेश से भी पीछे चला गया है। कुपोषण में उत्तर प्रदेश पूरे देश में अव्वल है। यह सब भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण हुआ है।
यादव ने कहा कि भाजपा सरकार कहती है कि वह गरीब जनता को बडे पैमाने पर गेहू चावल दे रही है लेकिन इससे लोगों का पेट नही भर पा रहा है। सपा सरकार के कार्यकाल में शुरू की गयी अक्षय पात्र योजना सिर्फ लखनऊ में सीमति होकर रह गयी है। बच्चों की पढाई चौपट है। पढाई का कोई इंतजाम नहीं है। नौजवानो को रोजगार नहीं है। देश का भविष्य अंधेरे में है।
यह सरकार सिर्फ नारों विज्ञापनो में अच्छी लगती है। यहां सिर्फ प्रचार में नौकरी मिलती है। सरकार कहती है कि उसके एक लाख रोजगार और नौकरी दी है। अगर ऐसा है तो सरकार नौकरी रोजगार पाने वालों की सूची सार्वजनिक करे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान अपने हक की मांग करता है तो उसे टायरों से कुचल दिया जाता है। आम जनता का पेट भरना और उनके तन पर वस्त्र देने का काम किसान कर रहा है। वास्तव में वह देश की अर्थव्यवस्था का पोषक है मगर उसे आतंकवादी, मवाली कहा जा रहा है। अब तक गन्ने का बकाया भुगतान भी नही किया गया है। उन्होने कहा कि यह सरकार महंगी बिजली देने का दावा कर रही है जबकि लोगों को त्योहार अंधेरे में मनाने पड़े। अगर सही समय पर कोयले का इंतजाम किया होता तो लोगों को त्योहार पर भी बिजली मिल जाती।