उमा भारती ने दिया शिवराज सिंह चौहान को 15 जनवरी तक का अल्टीमेटम
शराबबंदी के लिए फिर मुहिम छेड़ेंगी उमा भारती
राकेश प्रजापति
मध्य प्रदेश। उमा भारती इन दिनों अपने बयानों को लेकर चर्चा में हैं ! उन्होंने कुछ महीनों पहले प्रदेश में शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा से चर्चा कर प्रदेश में शराबबंदी करने को कहा था ! उसके बाद उमा भारती अचानक राजनीतिक परिदृश्य से गायब रहने के बाद अचानक प्रदेश राजनीति की तरफ पुनः सक्रिय होती नजर आ रही है !
उन्होंने आज भोपाल में पत्रकारों से चर्चा के दौरान शराबबंदी जैसे संवेदनशील मुद्दे पर अपनी बेबाक राय और परोक्ष रूप से जिस तरह भारतीय जनता पार्टी मैं बीते कुछ दिनों से राज्यों के शीर्ष नेतृत्व को परिवर्तन कर पार्टी की नई राजनीति को एक तरह से चुनौती देते हुए पार्टी में लोकतंत्र की वकालत की ! उन्होंने स्पष्ट कहा कि
मुख्यमंत्री का चुनाव विधायक दल के जरिए होना चाहिए !अब देखना यह होगा कि फायर ब्रांड नेत्री उमा भारती के इस बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी के अंदर क्या प्रतिक्रिया आती है या फिर उन्हें नजरअंदाज करते हुए पार्टी अपनी लाइन पर कायम रहेगी ।
प्रदेश की राजनीति में सक्रिय हुई उमा भारती
मुख्यमंत्री साध्वी उमा भारती के प्रदेश में सक्रिय होने के कई मायने निकाले जा सकते हैं ? भविष्य में पार्टी को उमा भारती से कितना फायदा या नुकसान होगा इसका आंकलन तो भाजपा को ही करना होगा ! परंतु इतना तो तय है कि शराबबंदी को लेकर जिस तरह का बयान उमा भारती की तरफ से आया है उससे महिला वोटरों का रुझान उनकी ओर खींचा चला जाएगा ! अब देखना होगा कि उनके इस बयान को लेकर पार्टी किस तरह के मायने निकालती है यह तो भविष्य की कोख में है और भविष्य बिना किसी संकेत के आमूलचूल परिवर्तन का परिणामी होता है।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को फिर शराब बंदी की मांग याद दिलाते हुए कहा है कि वे शराबबंदी के लिए फिर मुहिम छेड़ेंगी। उन्होंने कहा कि सीएम शिवराज, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा वीडी शर्मा शराबबंदी को लेकर जागरुकता की बात करते हैं पर मेरा मानना है कि शराबबंदी जागरुकता अभियान से नहीं लठ से ही खत्म होगी।
उमा भारती ने कहा कि फिर भी मैं लोकतंत्र का पालन करूंगी और 15 जनवरी तक का समय सीएम शिवराज और प्रदेश अध्यक्ष शर्मा को देती हूँ। उसके बाद मैं सड़क पर उतर आऊंगी। उमा भारती ने यह बातें आज राजधानी में अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा में कहीं। उमा भारती ने यह भी कहा कि 2005 में एक यात्रा के दौरान मैंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहा था कि आप मुख्यमंत्री बनें। मुख्यमंत्री का चुनाव विधायक दल के जरिए होना चाहिए। उन्होंने इस दौरान दोबारा शुरू की जाने वाली गंगा यात्रा पर चर्चा की। साथ ही गंगा के प्रति अपना लगाव भी बताया और कहा कि गंगा ने अपने उद्देश्य के लिए मुझे पकड़ लिया है।
नवरात्र पर फिर गंगा यात्रा करेंगी उमा भारती
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने बताया कि नवरात्रि में फिर गंगा यात्रा पर निकलेंगी। इसका अक्षय तृतीया पर गंगा सागर में विसर्जन होगा। ये इस यात्रा पूरा करने का चौथा अटेम्प्ट होगा। जब तक गंगा का काम पूरा नहीं होगा तब तक पार्टी में मुझे कोई काम नहीं चाहिए। गंगा के लिए मेरा कई राज्यो के साथ मन मुटाव हो गया था। पीएम नरेंद्र मोदी भी गंगा को लेकर समझ रखते हैं। उमा भारती ने कहा कि कुछ लोग गंगा में भी बिजनेस करना चाहते हैं। मैंने फिलहाल कह रखा है कि अगर ऐसा कोई काम जो मेरे बिना नहीं होगा तो वही बताना मैं समय निकाल कर पूरा कर दूंगी।