जुम्मा, जामुनी में बारिश का कहर, पांच की मौत, दो लापता
कई मवेशी जिंदा दफन, पूरे गांव में मातम, अपनों को खोज रहे हैं लोग
पिथौरागढ़। भारी बारिश से सीमांत तहसील धारचूला का जुम्मा गांव एवं तोक जामुनी सिहर उठा है। यहां मूसलाधार बारिश के बीच भूस्खलन से पांच लोग जिंदा दफन हो गए हैं। दो लोग लापता हैं। चार लोग बुरी तरह से जख्मी हुए हैं। एक ही परिवार की तीन किशोरियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। कई पशुओं के भी जिंदा दफन होने की आशंका है। तपोवन एनएचपीसी प्रशासनिक परिसर में भी भारी नुकसान हुआ है। भूस्खलन से आधा दर्जन से अधिक घर जमींदोज हो गए हैं। घटना के बाद प्रशासन, एनडीआरएफ, एसएसबी समेत तमाम एजेंसियां राहत एवं बचाव में जुट गई हैं। खुद सीएम ने कुमाऊं आयुक्त एवं मौके पर मौजूद जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान और एसपी सुखबीर सिंह से बातचीत की और राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी ली।
लापता लोगों की खोजबीन जारी
सोमवार सुबह घटना का पता चलने के बाद एसडीआरएफ, पुलिस, एनडीआरएफ, एसएसबी व अन्य एजेंसियों की टीमों लापता लोगों की खोजबीन और राहत बचाव कार्य में लगे हैं। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भी पूर्वान्ह में क्षेत्र के लिए रवाना हो गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को राहत-बचाव कार्य में कोई कोर कसर न रखने और पीडि़तों-प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि इलाके को जोड़ने वाले धारचूला-तवाघाट मुख्य मार्ग के भूस्खलन से बंद होने के कारण बचाव दलों को क्षेत्र में मुश्किलों का सामना करना पड$ रहा है। जुम्मा क्षेत्र में हेलीपैड बनाने का प्रयास जारी है। इससे हेली सेवा से रेस्क्यू और राहत-बचाव का काम किया जा सके। भारी बारिश व भूस्खलन से एनएचपीसी के प्रशासनिक भवन परिसर को भी काफी नुकसान हुआ है। मलबे व गाद के कारण इलाके में काली नदी में कुछ जगहों पर झील बन गई, जिससे खतरे की आशंका बनी हुई है।
धारचूला के विभिन्न इलाकों में हुई भारी बारिश
रविवार की रात धारचूला के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश हुई। सोमवार सुबह तक क्षेत्र में 81.8 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। इस दौरान भारी भूस्खलन से क्षेत्र के ग्राम जुम्मा के जामुनी तोक में पांच और सिरौ उडियार में दो आवासीय मकान मलबे में दफन हो गए। इससे क्षेत्र में हाहाकार मच गया। सुबह बारिश थमने पर ढूंढ खोज शुरू हुई तो कुछ बच्चों सहित सात लोग लापता थे तथा चारों ओर तबाही का मंजर था। ग्रामीणों ने मलबे में अपनों की ढूंढ खोज शुरू की और सूचना प्रशासन व पुलिस को दी। पूर्वाह्न करीब दस बजे तक क्षेत्र में राजस्व व नागरिक पुलिस, एसएसबी व एसडीआरएफ की टीम पहुंच गई। एनडीआरएफ की टीम को भी क्षेत्र के लिए रवाना किया गया। इस बीच तीन बच्चों के शव बरामद कर लिए गए। शाम करीब चार बजे तक लापता दो और लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। राहत एवं बचाव का काम जारी है। स्थानीय लोगों ने भूस्खलन में कई पशुओं के जिंदा दफन होने की पुष्टि की है।
प्रभावितों को तत्काल हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश
पूर्वाह्न मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान से फोन पर बात कर नुकसान की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों को तत्काल हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराने और सर्च व रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी क्षमता के साथ चलाने तथा घायलों का समुचित उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने जुम्मा में बादल फटने से हुए नुकसान के बारे में कुमाऊं कमिश्नर सुशील कुमार, अपर जिलाधिकारी पिथौरागढ$ फिंचाराम से वर्चुअल जानकारी ली। उन्होंने खाद्य सामग्री, दवाइयों एवं बच्चों को दूध की पर्याप्त व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। सीएम ने प्रभावित क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को जल्द शुरू करने के लिए सड़क निर्माण से जुड़ी सभी एजेंसियों को एक साथ काम में लगाने को कहा। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक चंद्रा पंत, खजान दास, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी आपदा प्रबंधन रिद्धिम अग्रवाल, अपर सचिव आपदा प्रबंधन डा. आनन्द श्रीवास्तव मौजूद थे।
हेलीकॉप्टर से घटना स्थल पर रवाना हुए एनडीआरएफ
इस सबके बीच इस दूरस्थ इलाके में दूरसंचार सेवा लड़खड़ा गई है जिससे लोगों को अपनों की कुशलक्षेम और नुकसान की ठीक-ठीक जानकारी नहीं मिल पा रही है। दूरसंचार कनेक्टिविटी कमजोर होने से शाम तक प्रशासन के पास भी मृतकों, लापता लोगों और घायलों के बारे में आधिकारिक जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई थी। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि एनडीआरएफ को भी हेलीकॉप्टर से घटना स्थल के लिए रवाना कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश और भूस्खलन से धारचूला स्थित एनएचपीसी तपोवन परिसर के प्रशासनिक भवन में भी काफी नुकसान हुआ है। मलबे से परिसर की सड$कें, भवन और वाहनों को काफी नुकसान हुआ है। इसके अलावा क्षेत्र से लगे नेपाल के श्रीबगड़ इलाके में भी भूस्खलन से भारी नुकसान की सूचना है। एनएचपीसी अधिकारियों ने बताया कि नुकसान का जायजा लिया जा रहा है और प्रशासनिक परिसर में पटा मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। अधिकारियों ने एनएचपीसी के वास्तविक नुकसान की तस्वीर मंगलवार तक साफ होने की बात कही है।
अभी तक पहचान हुई मृतक ( सभी तोक जामुनी के)
1- संजना (15 ) पुत्री जोगा सिंह
2- रेनु (11 ) पुत्री जोगा सिंह
3-शिवानी (9 ) पुत्री जोगा
4-सुनीता पत्नी दीपक सिंह
अभी तक ज्ञात घायल ( सभी जुम्मा के)
1-नर सिंह पुत्र लाल सिंह
2-जयमती पत्नी सोबन सिंह
3-अंजलि पुत्री मान सिंह
4-दीया पुत्री मान सिंह
बहुत दुखाद न्यूज़😭😭