राजीव के वर्थ डे पर हल्द्वानी सीट के लिए दावेदारों के बीच घमासान

सुमित को मिलने लगी है ललित, दीपक, खजान, हुकुम के साथ ही शशि और शोभा से चुनौती

हल्द्वानी। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद उपचुनाव तो टल गया, लेकिन 2022 विस चुनाव के लिए हल्द्वानी विस सीट से एक अनार सौ बीमार की कहावत चरितार्थ होने लगी है। पहले इंदिरा के रहते कोई भी इस सीट से चुनाव लड़ने का दम नहीं दिखता था। अब करीब एक दर्जन से ज्यादा ताकतवर उम्मीदवार उतर गए हैं। राजीव गांधी के वर्थ डे पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता इकबाल भारती द्वारा सुमित हृदयेश का नाम आगे करने के बाद तो दावेदारी को लेकर कांग्रेस नेता आपस में ही लड़ने लगे। 
शुक्रवार को कांग्रेस स्वराज भवन में राजीव गांधी के 77वें जन्मदिन पर कार्यक्रम के समापन के बीच भारती ने इंदिरा के पुत्र सुमित को हल्द्वानी से कांग्रेस का प्रत्याशी बनाने की पैरवी की तो तमाम लोगों का गुस्सा बाहर आ गया। इसकी शुरुआत हुकुम सिंह कुंवर ने की। इसके बाद तो महिला कांग्रेस नेता शशि वर्मा, शोभा बिष्ट ने भी खुलकर दावेदारी पेश कर दी। इससे कुछ देर तक स्वराज आश्रम मछली बाजार बन गया। 
इस समय हल्द्वानी विस सीट से सुमित को पहले से खजान पांडे, ललित जोशी, दीपक बल्यूटिया से खुली चुनौती मिल रही है। अब शशि वर्मा, शोभा बिष्ट एवं हुकुम सिंह कुंवर का भी नाम जुड़ गया है। इससे आगे आने वाले दिनों में दावेदारी को लेकर कांग्रेस के भीतर भारी मारकाट की स्थिति पैदा होने वाली है। कांग्रेस के एक बड़े नेता का कहना है कि भाजपा ने एक साजिश के तहत हल्द्वानी में उपचुनाव नहीं होने दिया। यदि उपचुनाव होता तो सुमित को सहानुभूति लहर का लाभ मिला और 2022 के लिए उनका टिकट तय हो जाता। अब चूंकि विस चुनाव तक सहानुभूति का ग्राम भी कम होगा और कांग्रेस के भीतर टिकट को लेकर मारामारी तेज हो जाएगी। इससे भाजपा हल्द्वानी विस सीट के लिए चक्रव्यूह तय करने में जुट जाएगी।

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