देवस्थानम एक्ट पर पुनर्विचार नहीं होने से नाराज तीर्थ पुरोहित करेंगे जिला मुख्यालयों में जन आक्रोश रैली
- एक्ट पर पुनर्विचार के लिए उच्च अधिकार प्राप्त समिति धरातल पर कहीं दिखाई नहीं दे रही
- -lकहा, राज्य सरकार उच्च अधिकार प्राप्त समिति के नाम पर गुमराह करने का प्रयास कर रही
देहरादून ।देवस्थान एक्ट पर पुनर्विचार न किए जाने से नाराज तीर्थ पुरोहितों ने चेतावनी दी है कि वे अब जिला मुख्यालयों में सरकार के खिलाफ जन आक्रोश रैली करेंगे। बता दें कि पहले ही बहुत से तीर्थ पुरोहित विरोध स्वरूप भाजपा की सदस्यता छोड़ रहे हैं। बहरहाल पुरोहितों का कहना है कि मुख्यमंत्री द्वारा कई मंचों पर देवस्थानम एक पर पुनर्विचार के लिए उच्च अधिकार प्राप्त समिति गठित करने की बात कही जा रही है, लेकिन धरातल पर यह कहीं दिखाई नहीं दे रही है । यह भी कहना है इस संदर्भ में सरकार की ओंर से न तो कोई अधिसूचना जारी की गई है और ना ही तीर्थ पुरोहितों को सूचित किया है । यहां प्रेस को जारी एक बयान में चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के प्रवक्ता डॉ. बृजेश सती ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 21 जुलाई को उत्तरकाशी में सार्वजनिक घोषणा की थी कि देवस्थान में पर पुनर्विचार के लिए एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति का गठन किया जाएगा ।इसके बाद उन्होंने कई बार कई मंचों पर भी यह बात कही कि देवस्थानम पर पुनर्विचार के लिए उच्च अधिकार प्राप्त समिति का गठन किया गया है। सती ने कहा कि यदि उच्च अधिकार प्राप्त समिति का गठन किया गया है तो सरकार द्वारा इस संदर्भ में अधिसूचना कब जारी की गई ,इस समिति का अध्यक्ष कौन है तथा समिति का कार्य क्षेत्र क्या होगा। प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार उच्च अधिकार प्राप्त समिति के नाम पर गुमराह करने का प्रयास कर रही है । डक्टर सती ने कहा कि अब आंदोलन को उग्र करने के लिए चारों धाम के तीर्थ पुरोहित जिला मुख्यालयों पर जन आक्रोश रैली का आयोजन करेंगे ।उन्होंने कहा कि इसके अलावा आंदोलन को विस्तार देने के लिए राजनीतिक दलों के अलावा धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों का भी सहयोग लिया जाएगा।