कृषि विशेषज्ञों ने नए शोध पर दिया जोर

  • पिछले साल विभिन्न फसलों की 10 किस्में अधिसूचित
  • 2 किस्में विमोचित तथा 5 किस्मों की पहचान की गयी
देहरादून। कृषि के क्षेत्र में नए नए शोध पर विशेषज्ञों ने जोर दिया। विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के 98वें  स्थापना दिवस के मौके पर कृषि से जुड़े विशेषज्ञों ने यह बात कही। कार्यक्रम कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग के सचिव तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डा.त्रिलोचन महापात्रा ने कहा कि कृषि की नयी चुनौतियों के समाधान पर जोर दिया। उन्होंने पोषण संबंधी शोध एवं विश्व स्तर पर उन्हें बढ़ावा देने के लिए उत्पाद ब्रांडिंग की सलाह दी।
संस्थान के निदेशक डा.लक्ष्मी कांत ने कहा कि पिछले साल विभिन्न फसलों की 10 किस्में अधिसूचित, 2 किस्में विमोचित तथा 5 किस्मों की पहचान की गयी। उन्होंने लहसुन के कंदों का रोपण सामग्री के रूप में तथा मक्का में त्वरित प्रजनन के लिए डबल हैप्लोइडी के उपयोग को महत्वपूर्ण बताया।
लक्ष्मी कांत ने देश के 24 राज्यों में  किस्मों के प्रसार तथा 16 राज्यों में संस्थान द्वारा विकसित मशीनों को पहुंचाने का भी जिक्र किया।
इस अवसर पर संस्थान के पूर्व निदेशक  डॉ. जेपी टंडन, डा. एचएस.गुप्ता, डा.जेसीभट्ट,डा.एके श्रीवास्तव,डा.अरूणव पट्टनायक एवं डॉ.आर सी श्रीवास्तव आदि  डिजिटल माध्यम से शामिल हुए। सभी ने संस्थान के वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई भी  दी।

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