डॉक्टर को मिलना चाहिए भारत रत्न का सम्मान : केजरीवाल
नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आज स्टेपवन की तरफ से आयोजित डॉक्टर डे समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लेते हुए केंद्र सरकार ने अपील की कि इस साल का भारत रत्न का सम्मान भारतीय डॉक्टर को मिलना चाहिए।
भारतीय डॉक्टर मतलब सभी डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिक से है। शहीद हुए डाक्टरों को यह सच्ची श्रद्धांजली होगी। साथ ही, अपनी जान और परिवार की चिंता किए बिना सेवा करने वालों का यह सम्मान होगा।
मुख्यमंत्री ने कोरोना के दौरान शहीद हुए डॉक्टर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को पूरे देश की तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित करते कहा कि दिल्ली सरकार ने शहीद हुए डॉक्टर या फ्रंटलाइन वर्कर्स के परिवार को एक-एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि दी।
यह कोई मुआवजा नहीं है, बल्कि यह धन्यवाद बोलने का एक तरीका है कि हम आपके प्रति कृतज्ञ हैं। केजरीवाल ने भारतीय डॉक्टर को भारत रत्न की उपाधि देने की मांग को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर अपील भी की है।
उन्होंने पत्र में लिखा है, देश चाहता है कि इस वर्ष ‘भारत रत्न का सम्मान भारतीय डॉक्टर को दिया जाए। इससे मेरा तात्पर्य किसी व्यक्ति विशेष से नहीं है। देश के सभी डॉक्टर्स, नर्स और पैरामैडिक्स के समूह को यह सम्मान मिलना चाहिए।
उन्होंने आगे लिखा है, कोरोना से लड़ते हुए अनेक डॉक्टरों और नर्सों ने अपनी जान गंवाई। यदि हम उन्हें ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करते हैं, तो यह उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। लाखों डॉक्टरों और नर्सों ने अपनी जान और परिवार की परवाह किए बिना नि:स्वार्थ भाव से लोगों की सेवा की।
उन्हें सम्मानित करने का और शुक्रिया कहने का इससे अच्छा तरीका और क्या हो सकता है। यदि नियम किसी समूह को भारत रत्न देने की इजाजत नहीं देते, तो मेरा आपसे आग्रह है कि नियमों को बदला जाए। आज सारा देश अपने डॉक्टरों का आभारी है। उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करने से हर भारतीय को खुशी होगी।
डॉक्टर डे’ समारोह में वीडियो कांफ्रेंस के जरिए देश के अलग-अलग राज्यों से स्टेप वन से जुड़े 200 से ज्यादा डॉक्टर और वॉलेंटियर्स ने हिस्सा लिया। श्री केजरीवाल ने स्टेप वन की पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि स्टेप वन की पूरी टीम ने पिछले डेढ़ साल में कोविड-19 दौरान पूरे देश में बढ़-चढ़कर लोगों की सेवा की है।