नयी दिल्ली। भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल पूरा कर लिया है। ट्रायल में वैक्सीन 93.4 फीसदी प्रभावी पाई गई है। फार्मास्युटिकल कंपनी भारत बायोटेक ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सिन के लिए फाइनल ट्रायल पूरा कर लिया गया है। विश्लेषण से पता चला है कि कोवैक्सिन कोरोना के गंभीर मरीजों और कोरोना के डेल्टा वेरिएंट पर भी असरदार है। भारत बायोटेक ने कहा है कि कोवैक्सिन डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ 65.2 प्रतिशत सुरक्षा देता है।
इससे पहले अमेरिका की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने भी कोवैक्सीन की प्रभावशीलता पर मुहर लगाई थी। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने बताया था कि कोवैक्सीन अल्फा (B.1.1.7) और डेल्टा (B.1.617) के खिलाफ पूरी तरह से कारगर है। कोवैक्सीन ले चुके लोगों के ब्लड सीरम से मिले एंटीबॉडी की जांच में पाया गया कि कोवैक्सीन द्वारा तैयार किए गए एंटीबॉडी अल्फा और बीटा वायरस को न्यूट्रलाइज करने की क्षमता बखूबी रखते हैं।
ट्रायल के लिए भारत के 25 अस्पतालों को चुना गया था। बड़े पैमाने में कोवैक्सिन के फाइनल ट्रायल के लिए डबल-ब्लाइंड, रैंडमाइज्ड, मल्टी-सेंटर क्लिनिकल तैयार किए गए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रायल में 18 से 98 वर्ष के आयु वर्ग के मरीजों को शामिल किया गया था।
Good