उत्तराखंड : ‘डेल्टा प्लस’ वेरिएंट से बचाव को एडवाइजरी जारी
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने सभी चिकित्सा अधिकारियों को दिए निर्देश
- लक्षण वाले व्यक्तियों की पहचान तुरंत की जाए, निगरानी तंत्र को मजबूत
- सभी अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था की जाए
देहरादून। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर काफी हद तक काबू में होने से कुछ राहत ही मिल रही है कि, इस बीच वायरस का नया वेरिएंट ‘डेल्टा प्लस’ फिर मुश्किलें बढ़ने लगा है। यद्यपि उत्तराखंड में इस वेरिएंट का फिलहाल कोई नया मामला नहीं मिला है, पर दूसरे राज्यों में इससे संक्रमित मरीज सामने आने पर चिंता बढ़ गई है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने भी डेल्टा प्लस वेरिएंट की प्रभावी रोकथाम व नियंत्रण हेतु तैयारियों के संदर्भ में एडवाइजरी जारी की है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को जारी एडवाइजरी
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा की ओर से सभी जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि विभिन्न राज्यों में कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ‘डेल्टा प्लस’ प्रसारित हो रहा है। इससे संक्रमण तेजी से बढ़ता है और संक्रमित व्यक्ति के फेफड़ों को वायरस ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। इसलिए वायरस के इस नए वेरिएंट की रोकथाम व नियंत्रण हेतु वर्तमान में कोविड-19 के नियंत्रण के लिए जो गतिविधियां संचालित की जा रही हैं उन्हें और सुदृढ़ किया जाए।
बीमार व्यक्तियों की पहचान समय पर की जाए
कोविड-19 व अन्य संक्रमणों से होने वाले लक्षण,बीमारी वाले व्यक्तियों की पहचान समय पर की जाए। इसके लिए निगरानी तंत्र को और मजबूत किया जाए। कोरोना जांच की सुविधा (सैंपलिंग) को और तेजी से बढ़ाया जाए। मरीजों के इलाज के लिए सभी कोविड चिन्हित अस्पतालों, जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आमजन को जागरूक किया जाए।