योग से ही शारीरिक, मानसिक, समस्या का समाधान: स्वामी रामदेव
पतंजलि योगसूत्रा आधरित एक वेबसाइट का हुआ लोकार्पण
हरिद्वार। 7वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर पतंजलि योगपीठ में स्वामी रामदेव तथा आचार्य बालकृष्ण के सान्निध्य में पतंजलि योगपीठ स्थित योगभवन सभागार में कार्यक्रम में ‘योग फार वेलनैस’ की थीम पर योगाभ्यास किया गया। चारों वेद, उपनिषद्, दर्शन तथा श्रीमद्भगवतगीता की पावन ऋचाओं के वाचन के मध्य योग का शंखनाद करते हुए स्वामी रामदेव ने स्वस्थ जीवन एवं निरोगी काया की प्राप्ति के लिए योग को एकमात्र साधन बताया।
इस अवसर पर स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने पतंजलि योगसूत्रा आधरित एक वेबसाइट का लोकार्पण भी किया। उन्होंने कहा कि व्यष्टि से समष्टि तक की यात्रा है योग। यौगिक स्केंटिंग, यौगिक जिम्नास्टिक, मल्लखम्भ, मल्लयुद्ध यौगिक मुद्राओं और झांकियों के साथ कार्यक्रम की शुरूआत हुई। बाबा रामदेव ने बताया कि इस वेबसाइट के माध्यम से एक साथ पाँच भाषाओं यथा- हिंदी, संस्कृत, जर्मन, फ्रेंच तथा अंग्रेजी में योगसूत्रा उपलब्ध होंगे। उन्होंने की योग अब अंतरराराष्ट्रीय स्तर पर किया जाने लगा है । अत: सभी के लिए योग को सुलभ बनाने के लिए आज कई भाषाओं में योगा सूत्रों को वेबसाइट के माध्यम से लांच किया गया है।
उन्होंने कहा कि आज के इस युग में योग धर्म सर्वाेपरि है, योगधर्म ही युग धर्म, राष्ट्र धर्म, सेवा धर्म, मानव धर्म, अध्यात्म धर्म तथा भागवत धर्म है। योग में ही हमारी शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, भावनात्मक, धर्मिक तथा आध्यात्मिक सभी सभी प्रकार की समस्याओं का समाधन है। योग फॉर हेल्थ, योग फॉर वैलनेस, योग फॉर पीस, योग फॉर हार्माेनी ये योग के विभिन्न आयाम है। योग एक ब्रह्मास्त्रा है जिससे हम अपने शरीरबल, मनोबल, आत्मबल को प्रबल करके अपने जीवन का निर्माण करते हुए अंत मे निर्वाण मोक्ष को प्राप्त होते हैं।