देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शनिवार को राज्य के सभी तरह जनपदों के जिला अधिकारियों के साथ, कोविड-19 के नियंत्रण एवं वैक्सीनेशन कार्यों की वर्चुअल समीक्षा की। तीरथ ने निर्देश दिए कि टेंसि्टंग, माइक्रो कंटेनमेंट जोन, कोविड उपयुक्त व्यवहार और सूचना पर विशेष ध्यान दिया जाए। कोविड की संभावित तीसरी लहर के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाएं पूर्ण रखी जाए।
उन्होंने कहा कि सभी जिलों में तैयारियां अच्छी हैं, लेकिन इन व्यवस्थाओं को कैसे और आगे बढ़ाया जा सकता है, इस पर ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ निजी अस्पतालों में मरीजों से निर्धारित शुल्क से अधिक धनराशि लेने और अटल आयुष्मान कार्ड का लाभ न दिए जाने की शिकायतें आ रही हैं।
ऐसा करने वाले अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई की जाय। समय समय पर अस्पतालों का निरीक्षण भी किया जाय। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में परीक्षण और टीकाकरण को और बढ़ाया जाए। इसके लिए नियमित शिविर लगाए जाएं। उन्होंने कहा कि मानसून सीजन को ध्यान में रखते हुए पर्वतीय क्षेत्रों में आक्सीजन सिलेंडर, आवश्यक दवाओं एवं सभी प्रकार की आवश्यक सामग्री की पूर्ण व्यवस्था रखी जाय।
तीरथ ने कहा कि कोविड पर प्रभावी नियंत्रण के लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। आक्सीजन, आईसीयू बेड, वेंटिलटर की पर्याप्त व्यवस्था है। जिलों के अलावा सीएचसी स्तर तक भी आक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि कोविड से लड़ाई के लिए किसी भी प्रकार की चुनौती के लिए तैयार रहें। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के सहयोग से ऋषिकेश एवं हल्द्वानी में स्थापित कोविड केयर सेंटर से भी राज्य को काफी मदद मिलेगी।
मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कहा कि कोविड की संभावित तीसरी तहर के दृष्टिगत अगले दो माह विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 40 हजार टेंसि्टंग का लक्ष्य जरूर पूरा किया जाय। कोविड पर प्रभावी नियंत्रण के लिए लिए जागरूकता अभियान निरंतर चलता रहे। उन्होंने कहा कि प्रचार के लिए नये माध्यमों पर ध्यान दिया जाय। इसके लिए रंगमंच कर्मियों का सहयोग लिया जाय, इससे जागरूकता भी अच्छी होगी। इसके लिए उपाधीक्षक स्तर के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाय।
Vishesh satarkta baratne ki jaroorat hai.