देहरादून । आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास मंत्री डा.धन सिंह रावत ने सोमवार को अपने
शासकीय आवास पर विभागीय निर्माण इकाइयों की समीक्षा बैठक ली जिसमें आपदा
विभाग की भवन निर्माण इकाई, सड़क एवं पुल निर्माण तथा बाढ़ नियंत्रण इकाई के
अंतर्गत चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों से जुड़े अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
मंत्री डा.रावत ने अधिकारियों से कहा कि आपदा से जुड़े हर कार्य नियत समय पर पूरे किए जाएं। डा.रावत ने कहा कि आपदा कार्यों में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में चल रहे सभी निर्माण कार्यों को तय समय 2022 तक हर हाल
में पूरा कर लिया जाए।
बैठक में प्रोजेक्ट इंचार्ज दयानंद ने बताया कि पुल निर्माण इकाई के अंतर्गत राज्य में कुल
58 पुल स्वीकृत हैं जिसमें से 3 पुलों स्यालदेय,कोहली गाड़ तथा कोट ब्रिज घनसाली
का कार्य पूरा हो चुका है। जबकि अन्य पुलों का निर्माण कार्य जारी है। इस क्रम में अजय
वर्मा ने बताया कि नदियों की सुरक्षा से जुड़े कार्य किए जा रहे हैं। जिनमें बिरही,
कोठालसैंण,मैठाणा चमोली गढ़वाल,बांसवाड़ा रुद्रगप्रयाग तथा कीर्तिनगर टिहरी में
चल रहे हैं, जिनको निश्चित समय पर पूरा कर लिया जायेगा।
भवन निर्माण इकाई के इंचार्ज विकास बड़थ्वाल ने बताया कि राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्यालय का भूकम्प रोधी भवन तथा एसडीआरएफ का परिसर निर्माणाधीन है,जिनका कार्य तेजी से चल रहा है। वित्त एवं विभागीय वित्त नियंत्रक गंगा प्रसाद ने बताया कि निर्माण इकाइयों के द्वारा जो कार्य किए जा रहे हैं सभी विश्व बैंक पोषित हैं।
जिनका निर्माण कार्य मार्च 2022 तक पूरा किया जाना है। उन्होंने बताया कि सभी
परियोजनाओ की विश्व बैंक की टीम लगातार आनलाइन मानीटरिंग कर रही है। साथ
ही भारत सरकार के साथ हर तीन माह में समीक्षा बैठकें भी आयोजित की जा रही है।
उन्होंने कहा कि निर्माण से जुड़े सभी कार्य निर्धारित तिथि के अंदर हो जाएंगे।