पटना : आम आदमी पार्टी, बिहार के मुख्यप्रवक्ता डॉ शशिकांत ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के द्वारा गंगा में अवैध रूप से लाशें प्रवाहित होने पर बिहार सरकार एवं उत्तरप्रदेश सरकार दोनों को समन जारी करने की घटना को अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। आयोग ने पूछा है कि आख़िर ये अनगिनत लाशें कहाँ से आ रही है और किसकी हैं।
डॉ शशिकांत ने बिहार सरकार को आड़े हाथे लेते हुए कहा है कि ये सरासर मानवाधिकार का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसी घटना सरकार की लापरवाही से हो रही है तो नीतीश बाबू को एक मिनट भी अपने पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। बिहार की जनता इन्हें विकास के लिए वोट किया था न कि विनाश के लिए ।
उन्होंने आशंका जताई है कि कहीं सरकार मौत के आँकड़े को छुपा तो नहीं रही है ताकि देश और दुनिया में बिहार का इमेज बना रहे ? दूसरी बात उन्होंने कहा कि अगर कोरोना संक्रमित रोगी का लाश गंगा में फेंकी जा रही है तो इसके बदबू मानव जाति के साथ साथ अन्य जीव जंतुओं के अस्तित्व पर खतरे मँडराने लगेँगे ।डॉ शशिकान्त ने कहा है कि कोरोना महामारी फैलाने के जुर्म में आम आदमी पार्टी,बिहार सरकार को बर्खास्त करने की मांग करती है ।