देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने उत्तराखंड के साढ़े 16000 गांव में तेजी से फैल रहे कोरमा के दुष्प्रभावों से यहां के स्थानीय ग्रामीणों को बचाने के लिए राज्य सरकार से युद्धस्तर पर कदम उठाए जाने की मांग की है।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा है कि एक और सरकार ने अपना सारा ध्यान जहां देहरादून पर केंद्रित कर दिया है ।गांव के हालात तब करते जा रहे हैं और सुदूर पर्वतीय जनपदों में और सीमांत क्षेत्रों में लोगों में कोरोना का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है । धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि अब समय आ गया है कि सरकार चंद बड़े शहरों पर नजर रखते हुए राज्य के तमाम उन गांवों पर अपनी दृष्टि लगाए जहां पहले से ही अस्पताल और अच्छे विद्यालय ना होने के कारण लोग पलायन को मजबूर रहे हैं और यदि कोरोना काल में वहां लोगों को सुविधाएं ना दी गई तो पहाड के गांव अगले 1-2 सालों में और खाली हो जाएंगे .ऐसा कहने से गुरेज नहीं किया जा सकता ।
उन्होंने सरकार से राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए विशेष पैकेज जारी किए जाने और आशा कर्मियों और वहां से अस्पतालों के डॉकटरों और छोटे कर्मचारियों के वेतन समय से दिए जाने वहां पर कोरोना से इलाज के लिए तमाम उपकरण और दवाई उपलब्ध किए जाने और युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन किए जाने की मांग उठाई है।