नयी दिल्ली : कोरोना के खिलाफ जंग में कई राज्य वैक्सीन की कमी से जूझ रहे हैं। इस पर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला का कहना है कि वैक्सीन की ये कमी जुलाई तक जारी रहेगी।
अदार पूनावाला ने कहा है कि वैक्सीन का उत्पादन जुलाई में बढ़ने की उम्मीद है। इस दौरान उत्पादन हर महीने 6-7 करोड़ से 10 करोड़ तक बढ़ जाएगा। दरअसल, भारत में 1 मई से 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
लेकिन अभी भी ऐसे कई राज्य हैं जो वैक्सीन की कमी के चलते टीकाकरण के इस तीसरे चरण को शुरू नहीं कर पाए हैं।
पिछले महीने, केंद्र सरकार ने क्षमता विस्तार की सुविधा के लिए सीरम इंस्टीट्यूट को 3,000 करोड़ रुपये एडवांस दिए। भारत में शुक्रवार को पहली बार नए मामले 400,000 को पार कर गए।
दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन बनाती है जिसे स्थानीय रूप से कोविशिल्ड ब्रांड नाम से वितरित किया जाता है। केंद्र सरकार ने अब तक इसका पूरा उत्पादन खरीदा है, लेकिन इस महीने की शुरुआत में राज्यों और निजी अस्पतालों को भी वैक्सीन खरीदने की अनुमती दी गई है।
सरकार ने 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू किया है। हालांकि टीके की कमी के कारण फिलहाल प्रभावी ढंग से इसकी शुरुआती नहीं हो सकती है। एक मई को सिर्फ 18 लाख लोगों का टीकाकरण संभाव हुआ था। आपको बता दें कि भारत में अब तक करीब 16 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। यह देश की आबादी का सिर्फ 12 प्रतिशत है। हालांकि दूसरी डोज लेने वालों की संख्या काफी कम है। यह सिर्फ दो प्रतिशत है।