पौड़ी। पौड़ी जिले में कोरोना वैक्सिनेशन के लिए मीलों पैदल चलने के बाद टीकाकरण केन्द्र पहुंचकर लोगों को अपनी बारी के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। आमजन न्याय पंचायत स्तर पर टीकाकरण केन्द्र बनवाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सीमित संसाधनों का हवाला देते हुए प्रशासन ने सीमित संख्या में केन्द्र स्थापित किये हैं। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जिले में वैक्सिनेशन को लेकर लगभग 50 प्रतिशत टारगेट पूरा कर लिया गया है।
पौड़ी जिले में कोविड वैक्सिनेशन के लिए 38 टीकाकरणकेन्द्र
15 विकासखण्डों वाले पौड़ी जिले में कोविड वैक्सिनेशन के लिए लगभग 38 टीकाकरण केन्द्र स्थापित किये गए हैं। इनमें से 19 केन्द्र बड़े छोटे अस्पतालों में संचालित हो रहे हैं, जबकि 19 अलग—अलग दिनों पर अलग—अलग स्थानों पर चल रहे हैं। पौड़ी जिला चिकित्सालय, श्रीनगर मेडिकल कालेज, संयुक्त चिकित्सालय श्रीनगर व बेस अस्पताल कोटद्वार समेत विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर बने स्थाई टीकाकरण केन्द्रों पर भी टीकाकरण के लिए आए लोगों की भीड़ है।
घंटों इंतजार के बाद लोगों की बारी आ रही है। दूरस्थ स्थानों का हाल बुरा है। यहां वैक्सिनेशन के लिए आने वाले लोगों को मीलों पैदल दूरी अलग नापनी पड़ रही है।
घंटों का सफर तैय करना पड़ रहा है ग्रामीणों को
पोखड़ा विकासखण्ड के पूर्व क्षेत्र पंचायत प्रमुख सुरेन्द्र सिंह रावत बताते हुए हैं कि पूरे विकासखण्ड में पोखड़ा इंटर कालेज में टीकारण केन्द्र बनाया गया है। यहां लोगों को तीस—चालीस किलोमीटर दूर से आना पड़ रहा है। सडक़ मार्ग से अधिक दूरी पर स्थित गांवों के ग्रामीणों को पैदल चलने के साथ ही यहां पहुंचने के लिए घंटों का सफर करना पड़ रहा है। इसके बाद टीकाकरण केन्द्र पर लगी लंबी कतार के कारण काफी समय बर्बाद हो रहा है। कई लोगों को बैरंग भी लौटना पड़ रहा है। उन्होंने मांग की है कि न्याय पंचायत स्तर पर वैक्सिनेशन केन्द्र स्थापित किये जाएं।
नौगांवखाल व पाटीसैंण में स्थाई टीकाकरण केन्द्र हैं
यही हाल जिले के अन्य दूरस्थ क्षेत्रों का भी है। नौगांवखाल व पाटीसैंण में स्थाई टीकाकरण केन्द्र हैं। जबकि संगलोकोटी व रीठाखाल में एक दिन के लिए अस्थाई केन्द्र बनाया गया। विभाग के अनुसार टीकारण केन्द्र के लिए न्यूनतम तीन कमरों के भवन की आवश्यकता है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के अधीन आने वाले प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में टीकाकरण किया जा रहा है। आवश्यकता होने पर राजकीय इंटर कालेजों के भवनों में भी केन्द्र बनाये जाएंगे। पौड़ी जैसे बड़े जिले में न्याय पंचायत स्तर पर कोविड वैक्सिनेशन के लिए अत्याधिक स्टाफ की आवश्यकता होगी। सीमित स्टाफ के साथ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच बनाने का प्रयास है।
उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा. जीएस बालियान के अनुसार जिले में 45 से 60 आयु वर्ग के 12 हजार व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा चुका है। जबकि 60 से अधिक आयु वर्ग में 4३ लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। लगभग पचास प्रतिशत का टारगेट पूरा कर दिया गया है।