Corona virus कोरोना वायरस से जूझ रहे राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को स्थिति बहुत बिगड़ जाने की आशंका को देखते हुए कोविड-19 के नियंत्रण संबंधी उपायों को दृढता से लागू करने, नियमों के उल्लंघनों से कड़ाई से निपटने तथा प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करने की शनिवार को सलाह दी ताकि वह बेहतर स्थित ना गंवा दी जाए जो पिछले साल हासिल की गयी थी। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिवों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। इन राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में बड़ी संख्या में उपचाररत मरीज हैं और पिछले सप्ताह नये मामलों में वृद्धि देखी गयी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, उन्हें अपनी निगरानी नहीं कम नहीं करने, कोविड नियंत्रण संबंधी उपाय दृढ़ता से लागू करने और उल्लंघनों से कड़ाई से निपटने की सलाह दी गयी है। इस बात पर बल दिया गया कि उन्हें स्थिति बहुत बिगड़ जाने की आशंका को ध्यान में रखकर प्रभावी निगरानी रणनीतियों का पालन करने की जरूरत है। बैठक में प्रभावी जांच, समग्र ट्रैकिंग, मरीजों का पृथकवास एवं उनके संपर्क में आये व्यक्तियों को पृथक-वास में भेजने पर भी बल दिया गया। राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से उन जिलों में जांच बढ़ाने को कहा गया जहां जांच कम हो रही हैं या जहां उच्च एंटीजन जांच हैं। बयान के अनुसार बैठक में राज्यों से उन जिलों में प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण करने को कहा गया है जहां अधिक मामले सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक , तमिलनाडु और गुजरात में पिछले 24 घंटे में नये मामले में वृद्धि हुई है। इन राज्यों में कोविड-19 की वर्तमान दशा पर विस्तृत प्रस्तुति दी और बताया गया कि किन जिलों में नये मामले अधिक बढ़ रहे हैं।