केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि राज्य को अगले पांच वर्षों में बाढ़ और घुसपैठ से पूरी तरह मुक्त कराएंगे जो राज्य के समक्ष दो सबसे बड़ी चुनौतियां हैं। असम में अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने है और श्री शाह पिछले कुछ समय से लगातार असम की यात्रा पर आ रहे है और उन्होंने राज्य में बाढ़ के मुद्दे को हल करने के लिए असम के लोगों से एक और पांच साल की मांग की है। श्री शाह ने अपने दौरे पर नागांव जिले में स्थित प्रसिद्ध ‘महा मृत्यंजय’ मंदिर के दर्शन के बाद मीडियकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा, हमें असम को बाढ़,घुसपैठ और हिंस से मुक्त बनाना है। भारतीय जनता पार्टी असम को घुसपैठ मुक्त राज्य बनाने का संकल्प लेती है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, असम जो आंदोलन, हथियार और हिंसके लिए जाना जाता था, अब विकास, औद्योगिक निवेश, शिक्षा और पर्यटन के लिए जाना जाता है। लेकिन यह यात्रा अधूरी है। यह प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विकास के नए युग में पहला कदम है। एक रिपोर्ट के अनुसार बंगलादेश से देश में सबसे अधिक घुसपैठ होती है और सीमा पर सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही एजेंसियों ने पिछले दो वर्षों के दौरान भारत की सीमा में बंगलादेश से घुसपैठ कर रहे 1045 लोगों को रोका है। उल्लेखनीय है कि भाजपा ने वर्ष 2016 के विधानसभा चुनावों से पहले भी भारत-बंगलादेश सीमा से अवैध घुसपैठ को रोकने का वायदा किया था जो पार्टी के प्रमुख वादों में से एक था। इस वायदे को हालांकि तब से अब तक लगभग पांच साल बीत चुके हैं लेकिन यह वादा कागजों पर ही बना हुआ है।