शिक्षा जगत के लिये डा. धन सिंह रावत ने की कई घोषणायें

देहरादून:Dr. Dhan Singh Rawat did higher education  डा. धन सिंह रावत ने उच्च शिक्षा जगत के लिये कई घोषणायें करते हुए कहा कि सरकार कालेजों के कायाकल्प के लिये 14 सूत्री कार्यक्रम पर विचार कर रही है। डा. रावत ने घोषणा की कि आगामी मार्च तक प्रदेश के सभी कालेजों को शतप्रतिशत वाईफाई की सुविधा से जोड़ दिया जायेगा। इसमें ज्ञानवर्द्धक साइट ही उपलब्ध हों सकेंगी। इससे शोध छात्रों के साथ साथ अघ्ययन करने वालें छात्रों को सुविधा मिल सकेगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार गरीब छात्रों के शोध के लिये एक करोड़ की धनराशि खर्च करेगी। कुमाऊं दौरे पर आये श्री रावत आज हल्द्वानी के सबसे बड़े एमबीपीजी कालेज पहुंचे और वहां 4जी इंटरनेट कनेक्टिविटी का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कालेज में 10 मार्च तक शतप्रतिशत फैकल्टी उपलब्ध हो जायेगी। किसी भी कालेज में प्राध्यापकों की कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि सरकार प्रत्येक कालेज के कायाकल्प के लिये 14 सूत्रीय योजना पर विचार कर रही है। प्रत्येक कालेज में एक एक ई-ग्रंथालय (लाइब्रेरी) उपलब्ध कराया गया है। छात्र इसका लाभ लेकर अपनी पढ़ाई कर सकता है। एमबीपीजी कालेज में 15 स्मार्ट क्लास उपलब्ध करायी गयी हैं। इसके अलावा प्रत्येक कालेज में पांच-पांच स्मार्ट क्लास उपलब्ध कराये जाने की योजना है। बड़े कालेजों में 50 शौचालय, छोटे में मानकों के अनुसार शौचालय उपलब्ध कराये जायेंगे। साथ ही दिव्यांगों के लिये रैम्प, शतप्रतिशत लैब व फर्नीचर के साथ साथ खेल का सामान भी सरकार उपलब्ध करायेगी। देश के 15 कालेजों में जिम की व्यवस्था भी करायी जायेगी। उन्होंने कहा कि इस साल प्रदेश के 20 कालेजों में छात्रावास बनाये जायेंगे। इसके लिये प्रस्ताव मंगवाये गये हैं। उन्होंने उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बनाये रखने के लिये साफ साफ कहा कि जो प्राचार्य डीपीसी के बाद अपने पद पर नहीं जाता है तो उसकों आवश्यक सेवानिवृत्ति पर भेज दिया जायेगा। यही नहीं प्रत्येक टीचर के लिये पांच घंटे कालेज में रहना अनिवार्य होगा। बायोमिट्रीक उपस्थिति सभी अघ्यापकों के लिये अनिवार्य होगी। उन्होंने आगे कहा कि सरकार खासकर खासकर हल्द्वानी में महिला डिग्री कालेजों को भी को-एजुकेशन में बदलने पर विचार कर रही है। हल्द्वानी में सरकार एक नया महाविद्यालय खोलने की योजना बना रही है। जमीन उपलब्ध होने पर सरकार इस दिशा में जल्द कार्य शुरू कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों से विचार विमर्श के बाद हल्द्वानी के तीनों कालेजों को तीन अलग स्ट्रीमों आर्ट्स, कामर्स और साइंस में तब्दील कर दिया जायेगा। अलग से तैयार होने वाले महाविद्यालय को चित्रकला से संबद्ध किया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि गरीब छात्रों के शोध पर सरकार एक करोड़ रूपये खर्च करेगी। आर्ट्स, कामर्स व साइंस में पृथक पृथक रूप से प्रथम तीन विद्यार्थियों को क्रमश: एक लाख, 75 हजार और 50 हजार रुपये की धनराशि पुरस्कार स्वरूप दी जायेगी। प्राध्यापकों व सहायक प्राध्यापकों के लिये भक्त दर्शन पुरस्कार शुरू किया गया है। इसके तहत पांच-पांच प्राध्यापकों को एक लाख रूपये की राशि व एक पदोन्नति और स्वेच्छा से स्थानांतरण का प्रावधान रखा गया है। इससे पहले डा. रावत उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय गये और उन्होंने 86 लाख रुपये की लागत से बनने वाले कुलपति आवास की आधार शिला रखी और कुलपति प्रोफेसर आपीएस नेगी के कार्यों की सराहना की।

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