चेन्नई: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 2019 के सनसनीखेज पोलाची यौन उत्पीड़न और ब्लैकमेंलग मामले के संबंध में सत्तारूढ़ अन्ना द्रमुक (एआईएडीएमके) के एक पदाधिकारी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार लोगों में अन्ना द्रमुक के पोलाची छात्र संघ के सचिव के अरुलानंदम, बिके बाबू और केरन पॉल शामिल हैं। फिलहाल कोयम्बटूर महिला न्यायालय ने इन्हें 20 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सीबीआई ने इस मामले में तमिलनाडु क्राइम ब्रांच-सीआईडी से जांच की जिम्मेदारी संभालने के बाद एक साल से अधिक समय तक गिरफ्तारियां की हैं। इस बीच अन्ना द्रमुक पार्टी ने त्वरित कार्रवाई करते हुये अरुलानंदम को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित और पार्टी की छवि खराब करने वाली इस हरकत के लिये पार्टी के सभी पदों से हटा दिया है। उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु सरकार ने व्यापक विरोध प्रदर्शनों और द्रमुक समेत अन्य विपक्षी दलों की सभी आरोपियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग के मद्देनजर 14 मार्च 2019 को इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। फरवरी 2019 में घटना सामने आने के तुरंत बाद चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें बाद में गुंडा अधिनियम के तहत हिरासत में लिया गया था। गौरतलब है कि चारों आरोपियों थिरुनावुक्कारसु (मामले का मास्टरमाइंड), सतीश, सबरीराजन, वसंतकुमार पर 20 साल की उम्र में पोलाची क्षेत्र में कई युवतियों के साथ यौन उत्पीड़न करने और इसकी रिकॉर्डिंग करने का आरोप लगा था। पुलिस को चारों से जब्त किये गये मोबाइल फोन में कम से कम 40 महिलाओं के वीडियो मिले थे, जिन्हें इनके द्वारा पैसे और मजबूरन यौन संबंध के लिये ब्लैकमेल किया गया था।