-कार्यक्रम को लेकर अब तक कोई औपचारिक ऐलान नहीं
-प्रधानमंत्री हर साल दीपोत्सव मनाते रहे हैं सैनिकों के साथ
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर साल की तरह इस बार भी जवानों के साथ दीपावली मनाने की तैयारी में हैं। फिलहाल पीएम के इस कार्यक्रम को टॉप सीक्रेट रखा गया है लेकिन प्रधानमंत्री इस बार राजस्थान के जैसलमेर बॉर्डर पर दिवाली का जश्न मनाने के लिए जा सकते हैं। उनके चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत, सेना प्रमुख एमएम. नरवणे भी शामिल हो सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर साल दीपावली का त्योहार सैनिकों के साथ मनाने के लिए देश के किसी न किसी बॉर्डर पर जाते रहे हैं। पीएम मोदी इस दौरान जवानों से मुलाकात करते हैं, उनके साथ वक्त बिताते हैं और मिठाई खिलाते हैं। पीएम मोदी ने इससे पहले जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड समेत अन्य जगहों पर जवानों के बीच जाकर दिवाली मनाई है। प्रधानमंत्री ने 2016 में उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत-चीन सरहद पर माणा में तैनात भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों के साथ दिवाली मनाई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2017 में खुशियों का त्योहार दीपावली जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर में में तैनात जवानों के साथ मनाया था। इसी तरह 2018 में पीएम मोदी ने उत्तराखंड में चीन के बार्डर पर तैनात सेना के जवानों और आईटीबीपी के जवानों के साथ दिवाली मनाई थी।
पिछले साल अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर पहुंचे प्रधानमंत्री ने दिवाली के अवसर पर राजोरी जिले में तैनात जवानों के बीच दिवाली मनाई। इस दौरान प्रधानमंत्री ने जवानों के शौर्य और पराक्रम की सराहना करने के साथ ही दिवाली के पर्व पर शुभकामनाएं दीं। राजौरी से लौटते वक्त पीएम मोदी पठानकोट एयरबेस पहुंचे और एयर वॉरियर व अन्य कर्मियों संग दिवाली मनाई। पीएम मोदी ने पठानकोट एयरबेस में लड़ाकू विमानों का भी जायजा लिया था। हालांकि इस बार प्रधानमंत्री के दिवाली कार्यक्रम की अधिकृत घोषणा नहीं की गई है लेकिन इस बार राजस्थान के जैसलमेर बॉर्डर पर दिवाली का जश्न मनाने के लिए जा सकते हैं। उनके चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत, सेना प्रमुख एमएम. नरवणे भी शामिल हो सकते हैं।