नयी दिल्ली : केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली समेत सभी आईआईटी संस्थानों द्वारा किये गए उत्कृष्ट कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि सभी आईआईटी संस्थान न केवल राष्ट्रीय महत्व के संस्थान है बल्कि हमारे देश का प्रतिनिधित्व करने वाला एक वैश्विक मंच भी है। डॉ निशंक ने आईआईटी दिल्ली के 51वें दीक्षांत समारोह के अवसर पर कहा, अन्य सभी आईआईटी संस्थानों के साथ साथ आईआईटी दिल्ली ने अनुसंधान एवं शिक्षा के क्षेत्र में असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है। क्यू एस रैकिंग में इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आईआईटी दिल्ली ने विश्व में 47वां स्थान प्राप्त किया है वहीं ओवर रैकिंग में आईआईटी दिल्ली विश्व के शीर्ष 200 संस्थानों में शामिल है। इससे पता चलता है कि आईआईटी दिल्ली इंजीनियरिंग तथा तकनीक की दिशा में बहुत अच्छा काम कर रहा है। उन्होंने कहा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति भी उच्च शिक्षण संस्थानों को अपनी रैंकिंग सुधारने का सुझाव देती है। आईआईटी दिल्ली इस दिशा में तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। चाहे वह शिक्षा हो, अनुसंधान हो या इनोवेशॅन, आईआईटी दिल्ली ने पिछले तीन वर्षां में सात नए शैक्षणिक विभाग तथा स्कूल शुरू किए हैं तथा विभिन्न विषयगत क्षेत्रों में 13 उत्कृष्टता केन्द्रों की शुरूआत की है। उन्होंने यह भी कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि आईआईटी दिल्ली आने वाले समय में नयी शिक्षा नीति के मुख्य उद्देश्यों के कार्यान्वयन में अन्य भारतीय संस्थानों का नेतृत्व करेगा। केंद्रीय मंत्री ने कोरोना संकट काल में आईआईटी दिल्ली द्वारा किये गए कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि इस संस्थान ने राष्ट्र सेवा में अहम योगदान दिया है तथा समाज की बड़े पैमाने पर मदद करने के लिए तकनीक तथा इनोवेशन को प्रस्तुत किया है। आईआईटी दिल्ली द्वारा सबसे सस्ती कोरोना वायरस परीक्षण किट बनाई और आईआईटी दिल्ली द्वारा शुरू किये स्टार्टअप 4.5 मिलियन से अधिक नियमित गुणवत्ता वाली पीपीई किट की आपूर्ति कर चुका है। इसके अलावा इस संस्थान में कई कोविड-19 संबंधी अन्य अनुसंधान गतिविधियां हैं जो संस्थान के शोधकर्ताओं द्वारा उद्योग, अंतर्राष्ट्रीय साझदारों तथा सरकारी एजेंसियों के सहयोग से की जा रही हैं। उन्होंने दीक्षांत समारोह में डिग्री प्राप्त करने वाले सभी छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, मुझे विश्वास है कि न सिर्फ आप बल्कि इस संस्थान में पढ़ने वाले वर्तमान छात्र देश निर्माण की पहल में योगदान देंगे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विशिष्ट अतिथि के तौर पर केंद्रीय राज्य शिक्षा मंत्री संजय धोत्रे, आईआईटी दिल्ली के बोर्ड गवर्नर्स के अध्यक्ष डॉ. आर. चिदम्बरम, निदेशक प्रो. वी. रामगोपाल राव, सीनेट तथा बोर्ड के सदस्य, संकाय सदस्य, डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र एवं उनके अभिभावक और पूर्व छात्र भी वीडियो कॉन्फ्र द्वारा इस कार्यक्रम से जुड़े।