रांची : झारखंड प्रदेश कांग्रेस ने नोटबंदी के चार वर्ष पूरे होने पर आज रांची समेत राज्यभर में विश्वासघात दिवस मनाया । राजधानी रांची में पार्टी के प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ दूबे, आदित्य विक्रम जयसवाल समेत अन्य नेताओं एवं कार्यकर्त्ताओं ने अल्बर्ट एक्का चौक के निकट एक-दूसरे को एवं आम राहगीरों को काला बिल्ला लगाकर नोटबंदी के विरोध में विश्वासघात दिवस मनाया। इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, मंत्री,विधायक, सांसद, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद और प्रदेश पदाधिकारी समेत कई नेताओं एवं कार्यकर्त्ताओं ने भी सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर नोटबंदी को विश्वासघात दिवस के रूप में मनाया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता निरंजन पासवान ने कहा कि नोटबंदी से मजदूर वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ, नोटबंदी के ठीक बाद अनौपचारिक मजदूरों के रोजगार में 39 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी। वहीं नोटबंदी के कई वर्षों तक नौकरियों के खत्म होने का सिलसिला जारी है, सिर्फ 2018 में असंगठित क्षेत्र में एक करोड़ से अधिक नौकरियां खत्म हो गयी। उन्होंने कहा कि नोटबंदी भाजपा का सबसे बड़ा विश्वासघात है, इसका दिखावटी उद्देश्य भले ही काले धन को समाप्त करना , नकली मुद्रा को हटाना और आतंकी वित्तपोषण को रोकना है, लेकिन वास्तविक इरादा असंगठित क्षेत्र को नष्ट करना, भाजपा के करीबी दो से तीन पूंजीवादी मित्रों की सहायता करना और भारत के गरीबों, किसानों, मजदूरों, छोटे दुकानदारों पर हमला करना है।