गद्दारी और खुद्दारी के दो पाटों में फँसे हैं प्रत्याशी
जयराम शुक्ल
मध्यप्रदेश : विधानसभा उपचुनाव में उतरे प्रत्याशियों की स्थिति लुटे हुए मेले के मदारियों जैसी है। उनके डमरू बजाने और बंदरों सी कला के दिलचस्प तमाशे के बाद भी मजमें नहीं भर रहे हैं। कोरोना के मारे वोटर को यह सब कोढ़ में खाज सा लग रहा है।कहते हैं राजनीति अक्षतयौवना होती है। उसकी सेहत पर…
Read More...
Read More...