क्या भारत में वरिष्ठ नागरिक होना गलत है?
अतुल मलिकराम
क्या हमारे लिए अपना पूरा जीवन दाँव पर लगा देने वाले वरिष्ठ नागरिकों का हमारी नज़रों में कोई मूल्य नहीं?
कुछ दिन पहले की बात है, मैं अपने घर से बाहर गली में टहल रहा था, मैं क्या देखता हूँ कि एक बुजुर्ग सज्जन सड़क के बीच कैंडी बेच रहे हैं, जो ठीक से चल भी नहीं पा रहे हैं। टेका लेकर…
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